बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जनपद पंचायत आठनेर के डेढ़ दर्जन पंचायतों के गांव ऐसे है जो मुख्य सडक़ से जुड़े हुए नहीं है। इस वजह से यहां आवागमन के मामले में स्कूली बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लाने-ले जाने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विशेषकर बारिश के दिनों में यहां कीचड़ रहती है और बीच में पडऩे वाले नदी, नालों पर पुलिया ना होने से आवागमन बाधित हो जाता है। आठनेर के सरपंच संघ अध्यक्ष जितेन्द्र पिंटू उईके सहित अन्य सरपंचों ने इस संबंध में सोमवार को जिला मुख्यालय आकर बकायदा एक ज्ञापन दिया और पंचायतवार जानकारी दी है, जहां गांवों को मुख्य सडक़ से जोड़ा जाना है। उन्होंने प्रधानमंत्री सडक़ के अंतर्गत इन गांवों को जोड़े जाने की मांग की है। इसमें पांढूर्णा से ढोंडखेड़ा, जूनावानी से पांढूर्णा मार्ग , राजोला से बाबरिया पांढूर्णा जोड़, पलासपानी से बोथिया, पांडोल से उमरी मार्ग, पाठादा से भुसकुम मार्ग, मूसाखेड़ी से घुटीगढ़ मार्ग, धामोरी से हिवरा मार्ग, हिवरा से अक्कलवाड़ी मार्ग, कोकाढाना से टेमगांव मार्ग, बोथी से रेणुकाखापा मार्ग टाकी रोड से मातका मार्ग, पानबेहरा से ठेसका रोड, नत्थूढाना से दहीपानी मार्ग, मेनरोड से बाकुडढ़ाना जामनिया ढाना तक मार्ग, जूनावानी से पातरा जोड़ मार्ग, धारूल से पाटमार्ग, केलबेहरा से गणेशपुर मार्ग, अंधेरबावड़ी से साकली मार्ग, कुसुम जोड़ से आमढाना मार्ग, गारगुड़ से हीरालाल मार्ग, गोंडीघोघरा से देवस्थल गुप्तेश्वर मार्ग और चिंदिया के खेत से जामा पाटी मार्ग। इन सडक़ों के लिए मांग लेकर आए सरपंचों ने बताया कि यह सभी मार्ग 2 से लेकर 5 किलोमीटर दूरी के है। यदि यह प्रधानमंत्री सडक़ योजना में बनाए जाते है तो आवागमन सुगम हो जाएगा। उनका कहना यदि उनकी इस मांग की अनदेखी की गई तो भविष्य में उक्त ग्राम के ग्रामीण ट्रेक्टर में भरकर जिला मुख्यालय आएंगे और घेराव करेेंगे। क्योंकि लंबे समय से इस क्षेत्र में सडक़ों की इस मांग की अनदेखी हो रही है और केवल वादे किए जाते है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 14 जुलाई 2025