(बैतूल) विधायकों की मांग और एसीएस के आदेश पर अधीक्षक हटाए नहीं बल्कि एक हॉस्टल से दूसरे हॉस्टल में भेजे गए , - हॉस्टल में अधीक्षकों की ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर तमाम नियम ताक पर रख दिए गए

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जब एसीएस अजित केसरी बैतूल में समीक्षा बैठक करने आए थे तब बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल, घोड़ाडोंगरी विधायक गंगा उईके आदि ने वर्षो से हॉस्टल में तैनात अधीक्षकों को हटाने की मांग की थी। कहा गया था कि जो भी 5 वर्ष से अधिक एक हॉस्टल में तैनात है उसे हटाया जाएगा। उस समय की सहायक आयुक्त शिल्पा जैन ने इन अधीक्षकों को हटाने की जगह चतुराई से अधीक्षकों को हटाने के लिए सूची बनाकर जनजातीय कार्य विभाग भेज दी। मामला जहां के वहां अटक गया और जब जून में तबादले हुए तो यह सामने आया कि जो पूर्व में अधीक्षक थे वे अभी भी अधीक्षक है बस अंतर इतना आया है कि उन्हें एक हॉस्टल से हटाकर दूसरे हॉस्टल भेज दिया गया है। सामान्य तौर पर आरोप लगते है कि हॉस्टल अधीक्षक का पद मलाईदार पद है और इसलिए जो भी इस पद पर एक बार बैठ जाता है वह किसी भी सूरत में हटना नहीं चाहता। इस पद को पाने के लिए राजनैतिक तिकड़म से लेकर मनी फडिंग तक के आरोप लगते रहे है। हॉस्टल अधीक्षकों के जो तबादले किए गए उसमें इस सामान्य नियम की खुली अनदेखी की गई कि जिस वर्ग का हॉस्टल है उसमें उसी वर्ग का अधीक्षक रहेगा। वहीं यह सभी शिक्षक है, लेकिन अधीक्षक बनकर अपने मूल पद से अन्याय कर रहे है।
- इन उदाहरणों से समझिए कि कैसे अधीक्षक पोस्टिंग में खेल हो गया...
1 - राजू इवने नामक अधीक्षक को अंग्रेजी आश्रम हमलापुर से शासकीय बालक छात्रावास भेजा गया।
2 - पवन पाठे को शासकीय कर्मचारी छात्रावास से आदिवासी महाविद्यालय बालक छात्रावास भेजा गया।
3 - नीरज बारस्कर को अंग्रेजी आश्रम से पिछड़ावर्ग एवं अल्पसंख्यक बालक छात्रावास भेजा गया।
4 - सुरेन्द्र कनाठे को सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास से आदिवासी उत्कृष्ट बालक सीनियर बाल कछात्रावास भेजा गया।
5 - पवन फाटे भी जहां अधीक्षक है वहां उनकी पत्नि प्रीति फाटे भी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस बालिका छात्रावास में अधीक्षक है।
- इनका कहना...
अधीक्षकों के मामलों में विधायकों और एसीएस जैसे अधिकारी के आदेश को ताक पर रखा गया और यह सभी पोस्टिंग नियमों के विपरित है। इन्हें हटाया जाना चाहिए और जांच होना चाहिए कि इन्हीं को बार-बार अधीक्षक क्यों बनाया जाता है?
- जितेन्द्र सिंह इवने, युवा आदिवासी नेता ।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 18 जुलाई 2025