(बैतूल) व्हाईट टॉप की क्वालिटी पर रहवासी उठा रहे सवाल बता रहे घटिया निर्माण , - लोगों को पता ही नहीं है कि उक्त सडक़ की डीपीआर में क्या-क्या कंटेंट शामिल किए गए हैं

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। शहर में बहुप्रचारित और क्वालिटी की सडक़ निर्माण को लेकर जिस व्हाईट टॉप का प्रचार-प्रसार किया गया उसके निर्माण को देखने के बाद कोठीबाजार क्षेत्र के रहवासी भी इसकी क्वालिटी को लेकर शंकाए जाहिर कर रहे है और उनका मानना है कि जिस गुणवत्ता की सडक़ बन रही है उसे देखते हुए इसका भी लंबा भविष्य नहीं है? रहवासियों ने बताया कि जो मटेरियल उपयोग किया जा रहा है वह स्टीमेट के अनुसार नहीं है? इसलिए सडक़ में अभी से कोर टूटना शुरू हो गए है? यदि मटेरियल क्वालिटी का होता तो यह स्थिति ही नहीं बनती।
- सडक़ निर्माण में लोहे का उपयोग ना होने को लेकर उठाए जा रहे है सवाल...
कोठीबाजार क्षेत्र में रहने वाले रवि त्रिपाठी का कहना है कि वे रिश्तेदारी में रीवा आते-जाते रहते है और वहां उन्होंने व्हाईट टॉप सडक़ बनते हुए देखी है। वहां पर सडक़ निर्माण में लोहे का जाला बिछाया गया था, लेकिन यहां पर तो सडक़ में एक तरफ से एक-एक फीट के सरिया डाले जा रहे है।
- निर्माण स्थल पर मौजूद नहीं रहते पीडब्ल्यूडी के तकनीकी अधिकारी...
कोठीबाजार में ही रहने वाले अधिवक्ता चिंटू मोर ने बताया कि इतनी महंगी सडक़ बन रही है, लेकिन देखने में यह आता है कि पीडब्ल्यूडी का इंजीनियर या एसडीओ आदि यहां पर मौजूद ही नहीं रहते है। ठेकेदार अपनी मर्जी के हिसाब से सडक़ निर्माण में मटेरियल उपयोग कर रहा है।
- निर्माण की जानकारी का बोर्ड तक लगाना जरूरी नहीं समझा गया...
शासन के साफ निर्देश है कि निर्माण स्थल पर निर्माण से जुड़ी हुई जानकारी देने के लिए बोर्ड लगाया जाए, लेकिन यहां पर ऐसा कोई बोर्ड नहीं लगा है? इससे पता ही नहीं चल रहा है कि इस सडक़ की चौड़ाई लंबाई, मोटाई आदि क्या है और सडक़ किस तरह से बनना है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 जुलाई 2025