बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिले में जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत संचालित हॉस्टल में अधीक्षिकों के जो तबादले और नियुक्तियां की गई उस पर गंभीर प्रश्रचिन्ह है? इसको लेकर 17 जुलाई को राष्ट्रीय दिव्य दुनिया ने " विधायकों की मांग और एसीएस के आदेश पर अधीक्षक हटाए नहीं गए बल्कि एक हॉस्टल से दूसरे हॉस्टल में भेजे" शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। अब इस मामले में घोड़ाडोंगरी जनपद उपाध्यक्ष ज्ञानसिंह परते ने शिकायत की है और उनकी शिकायत पर वर्तमान सहायक आयुक्त विवेक पांडे ने इस नियुक्ति और तबादले का पुन: परीक्षण करने का आश्वासन उन्हें दिया है। ज्ञानसिंह परते ने बताया कि राष्ट्रीय दिव्य दुनिया में खबर पढऩे के बाद उसने उक्त तबादला सूची निकाली और जो जनजातीय कार्य विभाग के हॉस्टल में वार्डन की नियुक्ति के नियम है वह निकाले तो यह सामने आया कि अनेक हॉस्टल में नियम विरूद्ध और आदेशों के विपरीत नियुक्ति की गई है। उनका आरोप है कि पूर्व सहायक आयुक्त शिल्पा जैन ने मनमाने तरीके से आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के अलग-अलग आदेशों को दरकिनार कर यह तबादले किए है और इसमें भ्रष्टाचार हुआ है? उनका आरोप है कि हॉस्टल को मलाईदार पोस्टिंग माना जाता है और यहां पोस्टिंग के लिए जबरदस्त डिमांड रहती है? यही कारण है कि वर्षो से हॉस्टल में ही नौकरी कर रहे है शिक्षक हॉस्टल से हटने को तैयार नहीं है? उनका कहना है कि इन तमाम वार्डन की संपत्ति की भी जांच होना चाहिए? उनका कहना है कि यदि राष्ट्रीय दिव्य दुनिया खुलासा नहीं करती तो सच्चाई सामने नहीं आती। उन्होंने जिले के सांसद और आदिवासी विधायकों से भी अपील की है कि वे भी इस मामले में सामने आए और शिल्पा जैन जो गड़बड़झाला करके गई है उसे दुरूस्त करवाएं अन्यथा वे इस मामले में आंदोलन करेंगे।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 22 जुलाई 2025