एमबीबीएस की हिंदी में किताबें तैयार करने में देरी पर संचालक चिकित्सा शिक्षा को हटाया
भोपाल । संचालक चिकित्सा शिक्षा (डीएमई) डा. जितेन शुक्ला को हटा दिया गया है। उनकी जगह गांधी मेडिकल कालेज भोपाल के फार्माकोलाजी विभाग के प्राध्यापक डा. एके श्रीवास्तव को डीएमई बनाया गया है। एमबीबीएस द्वितीय और तृतीय वर्ष की हिंदी में पुस्तकें तैयार करने में देरी के चलते चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग उनसे नाराज थे। बीते सप्ताह मंत्री ने पुस्तकें तैयार करने की प्रगति की समीक्षा की थी। समीक्षा बैठक में भी मंत्री ने नाराजगी जताई थी।
वर्ष 2021 में हमीदिया अस्पताल के शिशु रोग वार्ड में आग लगने के बाद उस समय डीन रहे डा. जितेन शुक्ला को हटाया गया था। इसके लगभग दो माह बाद तत्कालीन डीएमई डा. उल्का श्रीवास्तव के सेवानिवृत होने पर डा. शुक्ला को डीएमई बनाया गया था। डीएमई बनाए गए डा. श्रीवास्तव चिकित्सा शिक्षा संचालनालय में संयुक्त संचालक रह चुके हैं। वह हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक और गांधी मेडिकल कालेज भोपाल के डीन भी रहे हैं। राज्य सरकार कुछ मेडिकल कालेज के डीन को भी बदलने की तैयारी कर रही है।