भोपाल । प्रदेश के चार संभागों भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में आज कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।  वहीं आसमान पर छाए बादलों के कारण मंगलवार को सभी जिलों में अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। साथ ही हवा का रुख पश्चिमी एवं उत्तर–पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ अरब सागर से लगातार नमी आने के कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छा रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन दो मौसम प्रणालियों के अलावा हवा का रुख पश्चिमी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से मिल रही नमी के कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छा रहे हैं। बादल छाने के कारण ही मंगलवार को अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वातावरण में नमी के कारण बुधवार को ग्वालियर, चंबल, भोपाल संभाग के जिलों एवं शाजापुर, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो-तीन दिन तक बना रहने की संभावना है।मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 38.4 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ एवं नर्मदापुरम में दर्ज किया गया।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास बना हुआ है। एक ट्रफ लाइन विदर्भ से लेकर तमिलनाडु तक बनी हुई है।