भोपाल । प्रदेश की राजधानी भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में आज झमाझम वर्षा होने के आसार हैं। रुक-रुककर बौछारें पड़ने का सिलसिला तीन-चार दिन तक बना रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार आ रही नमी के कारण पूरे प्रदेश में वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके साथ ही मानसून द्रोणिका प्रदेश में शिवपुरी, मंडला से होकर गुजर रही है। इसके अतिरिक्त अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इससे प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मानसून द्रोणिका बीकानेर, नारनौल, शिवपुरी, मंडला, अंबिकापुर, चांद बली से बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तरी ओडिशा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इसके 24 घंटे के अंदर कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ एवं उसके आसपास एवं उत्तरी मप्र पर अलग-अलग दो चक्रवात बने हुए हैं। हरियाणा और उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इसके अलावा विदर्भ पर विंडशियर (पूर्वी एवं पश्चिमी हवाओं का टकराव) बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने से वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को पूरे प्रदेश में रुक-रुककर बौछारें पड़ेंगी। मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक उज्जैन में 30, गुना में 25, सिवनी में 15, भोपाल में 12.6, रायसेन में 10, पचमढ़ी में आठ, जबलपुर में 4.2, खजुराहो एवं शिवपुरी में तीन, मंडला, सागर में दो, इंदौर में 1.3, रतलाम में एक, मलाजखंड में 0.6, छिंदवाड़ा में 0.6, बैतूल में 0.4, धार में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विभाग ने बुधवार को सीहोर, रायसेन, रतलाम, शाजापुर, आगर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला एवं बालाघाट में भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की है।