विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नए कोर्स शुरू करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा है
रायपुर । वर्ष 2024 छात्रों के लिए नई उम्मीद लेकर आएगा। पिछले कई वर्षों से पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय अध्ययनशाला में एम.काम, होटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स शुरू करने की मांग की जा रही है, जो इस वर्ष पूरी होने की संभावना है। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नए कोर्स शुरू करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा है। अनुमान है इस वर्ष नए कोर्स शुरू करने की अनुमति मिल जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन इन दो विषयों को छोड़कर अन्य विषयों की पढ़ाई शुरू करने की भी कार्ययोजना बना रहा है। विश्वविद्यालय अध्ययनशाला में अभी साइंस और आर्ट्स की पढ़ाई होती है। यहां पर पोलिटिकल साइंस, फैशन डिजाइनिंग कोर्स शुरू करने की भी योजना है। इसके अलावा विश्वविद्यालय प्रबंधन सार्टिफिकेट कोर्स भी शुरू करने जा रहा है। इसमें छात्रों को देश के राष्ट्रीय संस्थानों में पढ़ने का मौका मिलेगा। साथ ही उनकी डिग्री में भी राष्ट्रीय संस्थानों का उल्लेख रहेगा। जहां पर छात्र ने पढ़ाई की है।
नए कोर्स को लेकर अनुमति का इंतजार
पोलिटिकल साइंस विभाग में पीजी स्तर पर राजनीति विज्ञान के साथ ही लोक प्रशासन की भी पढ़ाई होगी। एम.काम कोर्स शुरू करने के साथ ही पूरे सेटअप की भी मांग की गई है। एक प्रोफेसर, दो एसोसिएट प्रोफेसर और तीन असिस्टेंट प्रोफेसर के पद हैं। अध्ययनशाला में नए-नए कोर्स शुरू होने से छात्रों को लाभ होगा। पिछले कुछ वर्षों में जैमोलाजी, रिमोट सेंसिंग समेत नए कोर्स शुरू किए गए हैं। विश्वविद्यालय अध्ययनशाला में अभी सिर्फ साइंस और आर्ट्स की पढ़ाई होती है। इनमें अलग-अलग 26 अध्ययनशाला विभाग हैं, लेकिन कामर्स का डिपार्टमेंट नहीं है। इन विभागों में पीजी से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई होती है।
एम. काम शुरू करने की मांग कई वर्षों से
छात्रों की तरफ से विश्वविद्यालय अध्ययनशाला में एम.काम की पढ़ाई शुरू करने की मांग पिछले कई वर्षों से लगातार हो रही है। विश्वविद्यालय अध्ययनशाला में एम.काम की पढ़ाई नहीं होती है, लेकिन विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में एम.काम की पढ़ाई होती है। विश्वविद्यालय अध्ययनशाला में अगले वर्ष से एम.काम शुरू होने की संभावना है। एम.काम में 40 और एमए होटल मैनेजमेंट में 30 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। अभी होटल मैनेजमेंट एंड टूरिज्म कोर्स है, इसमें डिप्लोमा दिया जाता है।