भोपाल  ।   विधानसभा चुनाव होने के बाद सरकार भी बन गई और उसने कामकाज भी प्रारंभ कर दिया है, पर पूर्व विधायकों ने सरकारी आवास खाली नहीं किए हैं। नतीजतन, विधानसभा सचिवालय नए विधायकों को आवास उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। यही स्थिति मंत्रियों के साथ भी है। पूर्व मंत्रियों द्वारा आवास खाली न करने से अब तक मंत्रियों को आवास आवंटित नहीं हुए हैं। उधर, नौ और 10 जनवरी को विधायकों का प्रबोधन कार्यक्रम विधानसभा के मानसरोवर सभागार में होने जा रहा है। विधायकों को ठहराने के लिए सचिवालय ने एक बार फिर लोक निर्माण सहित अन्य विभागों से अतिथि गृह आरक्षित करने के लिए कहा है। विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि अभी 45 पूर्व विधायकों ने आवास खाली नहीं किए हैं। कुछ ने तो एक माह का समय मांग लिया है।

इसके कारण नए विधायकों को आवास नहीं मिल पा रहे हैं। 69 विधायक ऐसे हैं, पहली बार चुने गए हैं। समस्या इनके साथ अधिक है। उधर, 12 मंत्री चुनाव हार गए थे लेकिन इन्होंने भी आवास रिक्त नहीं किए हैं। कुछ पूर्व मंत्रियों ने आश्वासन दिया है कि एक-दो सप्ताह में आवास रिक्त कर देंगे। कुछ मंत्री विधायक विश्रामगृह में पूर्व आवंटित आवास में रह रहे हैं। विधानसभा सचिवालय ने पूर्व विधायकों से अनुरोध किया है कि वे नए सदस्यों के लिए आवास रिक्त कर दें ताकि आवंटन की प्रक्रिया पूरी की जा सके। उधर, विधायकों को ठहराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर लोक निर्माण, जल संसाधन सहित अन्य विभागों को अगले सप्ताह अतिथि गृह आरक्षित रखने के लिए कहा है।