(दिल्ली) स्वतंत्रता सेनानी परिवार का राष्ट्रीय सम्मेलन 3 फरवरी को दिल्ली में होगा आयोजित, - अंबेडकर इंटरनेशनल सेन्टर में जुट रहे हैं दो दर्जन प्रांतों के सेनानी परिजन : राम महेश मिश्र
- महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, उत्तराखंड के पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत एवं रोहतक सांसद अरविन्द शर्मा भी रहेंगे मौजूद,
- कुछ केंद्रीय मंत्रीगण एवं राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भी उपस्थित रहने की संभावना
नई दिल्ली/राम महेश मिश्र । भारत को आजादी दिलाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों एवं अंशजों-वंशजों का राष्ट्रीय सम्मेलन शनिवार 3 फरवरी को राजधानी दिल्ली में आहूत किया गया है। यह सम्मेलन 15 जनपथ स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न होगा। ऑल इंडिया फ्रीडम फाइटर्स सोसाइटी, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति एवं 38 सहयोगी संगठनों के आवाहन पर देश के दो दर्जन प्रदेशों के सेनानी परिजन इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए राजधानी पहुंच रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए संगठन के प्रवक्ता आचार्य राम महेश मिश्र ने बताया कि अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति (रजिस्टर्ड) के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी के मुख्य संयोजन में आयोजित सेनानी परिवारों के राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह, संस्कृति मंत्री किशन रेड्डी, संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्वा शर्मा, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के कतिपय सांसदों एवं विधायकों की भी उपस्थिति रहेगी।
प्रवक्ता ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी परिवारों से जुड़े इस अभियान का उद्देश्य जीवित स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान की रक्षा तथा राष्ट्र के लिए सर्वस्व समर्पित करने वाले स्वाधीनता सेनानियों के वर्तमान परिवारीजनों के हितों की ओर जहां सरकार का ध्यान आकर्षित कराना है, वहीं देश के इन लाखों परिवारों के वर्तमान परिजनों में एकजुटता स्थापित कर उनकी सेवाएं राष्ट्र के रचनात्मक नवनिर्माण में लगाना भी सम्मेलन का उद्देश्य है।
राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी के अनुसार वर्ष 1822 से 1947 के बीच देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीर बहादुरों, वीर बलिदानियों, सभी को इस अभियान में शामिल किया गया है उन्होंने बताया कि इनमें 1857 के संघर्षशील विद्रोही, गांधी के सत्याग्रही, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के फौजी सैनिक तथा चंद्रशेखर आजाद व भगत सिंह के क्रांतिकारी साथियों के परिवारजन सम्मिलित हैं। उल्लेखनीय है, देश भर में ऐसे परिजनों की संख्या लगभग चार करोड़ है, जो इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं।
आचार्य राम महेश मिश्र ने बताया कि सम्मेलन में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात आदि प्रदेशों के सेनानी परिजन दिल्ली पहुंच रहे हैं।