बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । ग्राम पंचायत गोराखार के आरटीआई में निकाले गए दस्तावेज चीख-चीखकर इस बात को जाहिर कर रहे है कि सरपंच महेश रावत पंचायत में भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार है? उक्त दस्तावेज इस बात को प्रमाणित कर रहे है कि उनके पिछले कार्यकाल में भी आर्थिक अनियमितताएं हुई है! अलग-अलग स्तर पर हुई इन अनियिमतताओंं को लेकर जनपद पंचायत के ऑडिटर ने ऑडिट में क्यों नहीं पकड़ा यह सबसे बड़ा सवाल है? यदि इन मामलों की एक जांच समिति बनाकर विधिवत जांच करवाई जाए तो निश्चित रूप से आरटीआई के दस्तावेज से स्पष्ट नजर आ रहे भ्रष्टाचार और आर्थिक गबन के मामले में एफआईआर जैसी कार्रवाई सुनिश्चित होगी? ग्राम पंचायत गोराखार में 6 जून 2002 को 3 हैण्डपंप रिचार्ज और 2 कूप रिचार्ज का भुगतान देयक प्रमाणक ही जाहिर करता है कि यह भुगतान आर्थिक अनिमियतता की श्रेणी में आता है और गहन जांच का विषय है? वहीं पूरे मामले में अब जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारीयों से गहन जाँच को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं?

- भ्रष्टाचार का प्रमाण : 01...
गुरूदयाल लिल्लोरे को वाहन क्रमांक एमपी-05-एफ-3214 के लिए जो 2900 रूपए का भुगतान किया गया। इसमें 1 अगस्त 2006 से 5 जून 2006 तक 06 ट्रिप के लिए भुगतान किया गया! मतलब यह है कि अगस्त के बाद जून आ रहा है?

- भ्रष्टाचार का प्रमाण : 02...
भुगतान देयक प्रमाणक 6 जून 2006 को जारी हुआ! जबकि इसमें वाहन से 3 ट्राली बजरी, 1 ट्राली गिट्टी, 2 ट्राली गिट्टा का परिवहन करना 01 अगस्त 2006 से 05 जून 2006 के मध्य बताया गया?
 
- भ्रष्टाचार का प्रमाण : 03...
3 हैण्डपंप रिचार्ज और 2 कूप रिचार्ज के लिए वाहन चालक गुरूदयाल लिल्होरे को चैक क्रमांक सी.बी.आई. नं 959612 से भुगतान देयक प्रमाणक में 06 जून 2006 को भुगतान होना बताया जा रहा है, लेकिन उस पर 06 जून 2002 को ही सरपंच महेश रावत हस्ताक्षर कर दे रहे है?

- भ्रष्टाचार का प्रमाण : 04...
ग्राम पंचायत गोराखार के 2900 रूपए का भुगतान देयक प्रमाणक 6 जून 2006 को जारी हुआ? इसमें वर्तमान सरपंच महेश रावत ने 6 जून 2002 को ही हस्ताक्षर किए! जबकि उस दौरान वे सरपंच ही नहीं थे? वे 2005 से 2010 में सरपंच थे?

- भ्रष्टाचार का प्रमाण : 05...
महेश रावत ने सरपंच बनने के पहले जिस भुगतान देयक प्रमाणक पर 06 जून 2002 को हस्ताक्षर किए, उसमें दो गवाहों के हस्ताक्षर के लिए स्थान बना है, लेकिन उसमें किसी भी गवाह का हस्ताक्षर न होना बताता है कि दाल में काला ही काला है?

- भ्रष्टाचार का प्रमाण : 06...
पूरे मामले में जनपद पंचायत बैतूल के तात्कालिन जनपद सीईओ सहित पंचायत इंस्पेक्टर, पंचायत सचिव भी सरपंच के इस भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार माने जाने जाएंगे, साथ ही जनपद में पंचायतों का जो ऑडिट होता है, वह भी पूरा ही संदिग्ध नजर आ रहा है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 01 जून 2024