बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिले के स्वास्थ्य विभाग में किराए पर चलने वाले वाहनों की कथा में नई-नई कहानियां सामने आ रही है! इन कहानियों की सत्यता के परीक्षण के लिए उच्च स्तरीय जांच नितांत आवश्यक है? जो कहानी या सवाल सामने आ रहे है उनको लेकर हर तरफ से ऊंगली किन्हीं पुष्पेन्द्र बाबू पर उठती है? पुष्पेन्द्र बाबू पर उठ रही ऊंगलियां और राष्ट्रीय दिव्य दुनिया में अलग-अलग खबरों के माध्यम से सामने आ रहे सवालों का जवाब देने पुष्पेन्द्र बाबूू सामने भी नहीं आते है? यदि वे सामने आकर प्रमाण के साथ तमाम स्थितियों का खुलासा कर दे तो लोगों के मन में जो शंका और कुशंकाएं है और जो चर्चाएं चलती है उन पर विराम लग जाएगा।
खैर जो नया मामला सामने आया है उसमें आरबीएसके के तहत संचालित वाहनों पर सवाल खड़े हो रहे है? आरोप लग रहे है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आरबीएसके के वाहनों का भुगतान नियमित और निरंतर हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी वाहन मालिक कहते फिरते है कि उन्हें छह-छह माह से भुगतान नहीं हुआ! अब ऐसे में सवाल है कि क्या गाडिय़ों का भुगतान वाहन मालिकों को ना करते हुए ठेकेदार से मिलीभगत कर अपने वाहन चलवाए जा रहे है? बताते है कि वाहनों के संचालन को लेकर किसी डॉ. पदमा नागवंशी ने शिकायत की थी, लेकिन उसका भी निराकरण अभी तक नहीं हुआ है। आरोप है कि ना वाहन चल रहा है और ना ही भुगतान हो रहा है तो ऐसे में बजट कहां खर्च हो रहा है? आरोप तो यहां तक लगते है कि प्रभातपट्टन में टेंडर के मुताबिक वाहन ना चलाकर इलेक्ट्रानिक गाड़ी चलवाई जा रही है। इधर चर्चा है कि आरबीएसके के प्रोग्राम अधिकारी भी ऑफ द रिकार्ड चर्चाओं में कहते है कि मुझे भी गाड़ी नहीं मिलती है! वहीं सेहरा आरबीएसके के डॉ. गोविंद साहू को वाहन में ड्राईवर नहीं दिया वे स्वयं वाहन चला रहे है? अब ऐसे में सेहरा से बैतूल के लिए अपडाउन में गाड़ी चल रही है, लेकिन वेरीफिकेशन नहीं होता?

- उच्च अधिकारी जांच नहीं करा रहे है इसलिए वकील तलाश रहे पुष्पेन्द्र बाबुूु...
इधर चर्चाएं है कि वाहनों के संचालन पर लगातार सवाल खड़े होने से पुष्पेन्द्र बाबू बौखला गए है? उच्च अधिकारी जांच नहीं कर रहे और मीडिया का फोन तक अटेंड नहीं कर रहे! इस स्थिति में पुष्पेन्द्र बाबू वकील की तलाश में लगे है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि बिना जांच के कोई भी तथ्य प्रमाणित कैसे होगा?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 03 मई 2025