वाशिंगटन। अमेरिका में अवैध रूप से घुसने वाले करीब 97 हजार भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। ये आंकड़ा एक साल यानी अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 का है। यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन डेटा के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए 96,917 भारतीयों में से 30,010 भारतीय यूएस-कनाडा बॉर्डर पर पकड़े गए। वहीं, 41,770 भारतीय यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पार करते समय गिरफ्तार हुए।
अमेरिकी सांसद जेम्स लैंकफोर्ड ने संसद में कहा- पिछले एक साल में लगभग 45,000 भारतीयों ने अवैध रूप से अमेरिका की दक्षिणी सीमा पार की है। इन भारतीयों को अपने देश में डर महसूस होता है।
धार्मिक उत्पीडऩ, नौकरी की कमी इसकी वजह
अमेरिकी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, भारत में राजनीतिक और धार्मिक उत्पीडऩ के कारण अमेरिका आने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी है। अपने देश में आर्थिक अवसरों यानी नौकरी की कमी भी एक बड़ी वजह है। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2012 से 2022 के बीच मेक्सिको के जरिए अमेरिका में घुसने वाले भारतीयों की संख्या में 100 गुना बढ़ोतरी हुई है। साल 2012 में अमेरिका की कस्टम और बॉर्डर पेट्रोल पुलिस ने 642 ऐसे मामले दर्ज किए थे। जबकि साल 2022 में ये संख्या बढक़र 63,927 हो गई। वहीं, थिंक टैंक न्यू अमेरिकन इकोनॉमी के मुताबिक, अमेरिका में अवैध रूप से घुसने में भारतीय तीसरे नंबर पर हैं।
भारतीय अपनी जान जोखिम में डाल रहे
भारतीय अमेरिकन ड्रीम के चक्कर में अपनी जान भी जोखिम डाल रहे हैं। पिछले साल 21 जनवरी को अमेरिका से 30 मील पहले कनाडा में एक गुजराती परिवार के चार लोगों के शव बर्फ में दबे मिले थे। यह परिवार अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल होना चाहता था और बर्फीले तूफान की जद में आ गया। इसी तरह, पिछले साल जून में अमेरिकी सीमा पर पेट्रोलिंग टीम ने डूबती हुई बोट से 6 भारतीयों को बचाया। इन पर गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में घुसने का केस दर्ज किया गया था।
पिछले साल अवैध रूप से भारतीयों की एंट्री कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ था
2022 में अमेरिकी संघीय एजेंसी ने भारतीयों की कनाडा सीमा से अवैध एंट्री कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया था। गिरोह के सरगना जसपाल गिल को गिरफ्तार कर लिया गया, जो कैलिफोर्निया से यह नेटवर्क चलाता था।
कैब के जरिए अमेरिका पहुंचाया था
जांच में शामिल एक संघीय एजेंट ने भास्कर को बताया था कि इस गिरोह ने उबर कैब के जरिए हजारों भारतीयों को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका पहुंचाया। गिल ने हर व्यक्ति से 23 लाख से 55 लाख रुपए वसूले। इन लोगों को पर्यटक वीजा पर कनाडा लाया जाता था, यहां से उन्हें नकली दस्तावेज पर उबर कैब के जरिए अमेरिका लाया जाता था।