आमिर खान को बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से भी जाना जाता है। अभिनेता अपने स्क्रिप्ट के चुनाव को लेकर काफी फेमस हैं। अब तक उन्होंने दर्शकों के सामने बहुत सी मनोरंजक कहानियां पेश की हैं। इनमें से ही एक फिल्म 'लगान' भी है। साल 2001 में रिलीज यह फिल्म कल्ट क्लासिक की श्रेणी में आती है, लेकिन उस जमाने में इस तरह की फिल्म बनाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं थी। आज के थ्रोबैक थर्सडे में हम आपको इस फिल्म की मेकिंग से जुड़ा किस्सा बताने जा रहे हैं कि क्यों जावेद अख्तर ने आमिर खान को यह फिल्म न बनाने की सलाह दी थी।

जावेद को पसंद नहीं आई कहानी

जावेद अख्तर 70 और 80 के दशक के मशहूर पटकथा लेखक रहे हैं। उन्होंने सलीम खान के साथ मिलकर कई सुपरहिट फिल्मों की कहानी लिखी है। 'लगान' जब बन रही थी तो आमिर के साथ आशुतोष गोवारिकर को भी पूरा भरोसा था कि दर्शकों को यह फिल्म पसंद आएगी, लेकिन दिग्गज लेखक जावेद अख्तर नहीं चाहते थे कि यह फिल्म फ्लोर पर आए। दरअसल, जावेद को फिल्म की कहानी कुछ खास नहीं लगी थी। 

आमिर को दी फिल्म न बनाने की सलाह

उनका मानना था कि क्रिकेट के आसपास गढ़ी गई कहानियों से दर्शक कनेक्ट नहीं कर पाते हैं। यही वजह है कि लेखक ने इस बारे में आमिर से भी बात की थी और उन्हें फिल्म न बनाने की सलाह तक दे डाली थी। हालांकि, आमिर और आशुतोष अपने फैसले पर टिके रहे और फिल्म पर काम शुरू हो गया। 

रिलीज के बाद लगान ने रचा इतिहास

जावेद से नेगेटिव फीडबैक मिलने के बावजूद आमिर ने उनसे अपनी फिल्म के गाने लिखवाए, जो आगे चलकर चार्टबस्टर साबित हुई। रिलीज के बाद इस फिल्म ने इतिहास रच दिया। दर्शकों के साथ क्रिटिक्स को भी यह फिल्म बहुत पसंद आई। बाद में, इसे ऑस्कर के लिए भी भेजा गया। हालांकि, यह फिल्म एकेडमी अवॉर्ड जीतने से चूक गई।