वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की वनडे और टेस्ट टीम का एलान कर दिया गया है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय सेलेक्टर्स ने कठिन फैसले लेते हुए कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया है। इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम चेतेश्वर पुजारा का है। हालांकि, पुजारा को ड्रॉप किए जाने का फैसला भारत के कई पूर्व क्रिकेटर्स को रास नहीं आया है। सुनील गावस्कर के बाद हरभजन सिंह भी पुजारा के पक्ष में उतरे हैं।

पुजारा रीढ़ की हड्डी

भारत के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का कहना है कि पुजारा इस टीम की रीढ़ की हड्डी हैं और उन्हें उम्मीद है कि टेस्ट स्पेशलिस्ट बैटर को ड्रॉप नहीं, बल्कि आराम दिया गया हो। उन्होंने कहा, "चेतेश्वर पुजारा नहीं हैं, इस बात से मैं चिंतित हूं। वह भारतीय टीम के एक बड़े प्लेयर हैं। उम्मीद है कि उनको भी ब्रेक दिया गया होगा और वह ड्रॉप नहीं हुए होंगे। पुजारा इस टीम की रीढ़ की हड्डी हैं। अगर आप उनको ड्रॉप कर रहे हैं, तो बाकी बल्लेबाजों की भी औसत कुछ खास नहीं है।"

हर किसी के लिए एक जैसा हो बेंचमार्क

भज्जी ने आगे कहा, "हर खिलाड़ी के लिए बेंचमार्क एक जैसा होना चाहिए, इससे फर्क नहीं पड़ता है कि वह कितना बड़ा खिलाड़ी है। अगर आप पुजारा को अहम खिलाड़ी नहीं मान रहे हैं, तो इस लॉजिक से बाकी प्लेयर्स भी अहम नहीं हैं। उनके करियर को लेकर सवाल नहीं खड़े किए जाने चाहिए। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती। वहीं, इंग्लैंड में भी जीत का परचम लहराया और हर जगह जहां टीम अच्छा खेली वहां पर पुजारा का प्रदर्शन जोरदार रहा। उन्होंने पिछले एक से डेढ़ साल में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन आप बाकी बैटर्स को भी देखिए। ऐसे में सिर्फ एक प्लेयर पर सवाल उठाना सही नहीं है।"