इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज टेस्ट में अविश्वसनीय दोहरा शतक बनाया। वह पहली इंग्लैंड महिला क्रिकेटर बनीं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा। चौथे दिन के खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में पांच विकेट गंवाकर 116 रन बना लिए थे। बता दें कि पिछले कुछ सालों में महिलाओं के टेस्ट मैच बहुत कम हुए हैं। शायद इसीलिए जब कुछ सनसनीखेज प्रदर्शन होते हैं तो रिकॉर्ड बनाए जाते हैं। ऐसे में उनका मूल्य लगभग दोगुना हो जाता है। आइए जानते हैं महिला टेस्ट क्रिकेट में उन पांच सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर के बारे में।

किरण बलूच (242 रन)

महिला टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सर्वोच्च स्कोर अभी भी 2004 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पाकिस्तान की पूर्व सलामी बल्लेबाज किरण बलूच के नाम पर है। उनकी मैराथन पारी के दम पर पाकिस्तान ने अपनी पहली पारी में 426/7 का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में वेस्टइंडीज 147 रन पर सिमट गई और उसे फॉलोऑन खेलना पड़ा था। हालांकि, यह मैच ड्रा रहा था।

मिताली राज (214)

भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने 2002 में टॉनटन में 214 रन की पारी खेली थी। इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई यह उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी। इंग्लैंड में की पिच पर मिताली ने 214 रन बनाए थे।

एलिसे पेरी (213* रन)

साल 2017 में सिडनी में महिलाओं की एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एलिसे पेरी ने दोहरा शतक लगाया था। सिडनी में इंग्लैंड सिर्फ 280 रन पर आउट हो गया और जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 448/9 का शानदार स्कोर बनाया। पेरी ने नाबाद 213 रन की पारी खेली।

करेन रोल्टन (209* रन)

ऑस्ट्रेलियाई पूर्व महान बल्लेबाज करेन रोल्टन इस सूची में चौथे स्थान पर हैं। 2001 में लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ यह पारी खेली थी। पहली पारी में सिर्फ 144 रन पर ढेर होने के बाद इंग्लैंड के हाथ से मैच निकल गया। रोल्टन के बेहतरीन नाबाद 209 रनों की पारी से ऑस्ट्रेलिया ने 383/4 पर पारी घोषित कर दी। दूसरी पारी में इंग्लैंड ने दमदार वापसी की, लेकिन वह 7 रन से मैच हार गई। ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 से सीरीज जीती थी।

टैमी ब्यूमोंट (208 रन)

साल 2023 एशेज सीरीज में एनाबेल सदरलैंड के शानदार शतक और एलिसे पेरी के 99 रनों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 473 रनों का विशाल स्कोर बनाया। इंग्लैंड को खेल में बने रहने के लिए एक मजबूत जवाब की जरूरत थी और सलामी बल्लेबाज टैमी ब्यूमोंट ने वही किया। उन्होंने कप्तान हीथर नाइट और नेट साइवर-ब्रंट के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं और टेस्ट में अपना पहला दोहरा शतक बनाया।