बॉलीवुड मूवी 'पठान' के एक गाने 'बेशर्म रंग' का विवाद छत्तीसगढ़ तक पहुंच गया है। तमाम विरोध के बीच अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी इस पर बयान आया है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, कपड़ा पहनना अलग बात है और उसे धारण करना अलग है। धारण कौन करता है, अंगीकार कौन करता है। जब साधु-संत समाज, घर परिवार को त्याग देता है तब भगवा रंग या गेरुआ स्वीकार करता है। भगवा रंग ज्वाला या अग्नि का प्रतीक है। ये बजरंगी गुंडे भगवा रंग का गमछा पहन कर निकल रहे हैं। पहले बताएं कि उन्होंने समाज और परिवार के लिए क्या त्याग किया है। ये तो वसूली करने के लिए निकले हैं।

उन्होंने कहा कि, भाजपा के जो नेता हैं, जो सांसद बने है, जो विधायक हैं, वह हीरो हैं। वह ऐसे कपड़े पहनकर हिरोइनों के साथ डांस कर रहे हैं, उस पर क्या विचार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, रंगों से किसी का जाति धर्म तय नहीं करना चाहिए। ये कोई विवाद का मुद्दा ही नहीं है। भाजपा के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। इसलिए जो जनता और समाज के मुद्दे नहीं हैं उसे सामने लाकर वो उसका ध्रुवीकरण कर रही है।

मूवी के गाने में दीपिका की ड्रेस को लेकर है विवाद
शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की मूवी 'पठान' के पहले गाने 'बेशर्म रंग' पर विवाद हो रहा है। इस गाने में दीपिका का सेंसुअल अवतार और उनकी पहनी भगवा रंग की बिकिनी पर बवाल है। राजनीतिक नेताओं से लेकर हिंदू संगठन तक सभी इस गाने का विरोध कर रहे हैं। सभी का कहना है कि भगवा रंग आस्था का प्रतीक है इसलिए इस तरह के कपड़े पहनकर 'बेशर्म रंग' पर डांस करना कबूल नहीं किया जाएगा।