नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा 2016 में किए गए नोटबंदी के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा निर्णय लिया है। इसके बाद कांग्रेस लगातार सरकार पर कई सवाल उठा रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में नोटबंदी की प्रक्रिया को सही ठहराया गया है। इसके जो नतीजे निकले उस पर कोई चर्चा नहीं हुई है और न ही कोई निर्णय दिया है। 
सुप्रीम कोर्ट ने इस पर भी कोई टिप्पणी नहीं की कि नोटबंदी से आतंकवाद कम हुआ काला धन कम हुआ इन सब चीजों पर एक शब्द भी इस निर्णय में नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता ने साफ तौर पर कह दिया कि यह कह देना कि सर्वोच्च न्यायालय ने नोटबंदी को सही ठहराया है यह गलत होगा। उन्होंने साफ किया कि नोटबंदी की प्रक्रिया को सही ठहराया गया है। फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। 
पवन खेड़ा ने कहा कि जिन चार जजों ने नोटबंदी की प्रक्रिया को सही ठहराया है उन चार जजों ने नोटबंदी के परिणाम पर टिप्पणी नहीं की है। हमारी आपत्ति परिणाम पर थी इससे एमएसएमई सेक्टर तबाह हो गया लाखों लोगों की नौकरियां चली गई थी। इस देश की आपत्ति परिणाम पर थी। एमएसएमई सेक्टर तबाह हो गया लाखों लोगों की नौकरियां चली गई। कई लोगों की मौतें भी हुई है। जो लोगों ने मुसीबते झेली हैं और जो अर्थव्यवस्था लड़ाई हुई है उस पर किसी भी जज ने टिप्पणी नहीं की है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा मोदी सरकार द्वारा लागू नोटबंदी के परिणाम- 120 लोगों की जानें गई करोड़ों लोगों का रोज़गार छीना असंगठित क्षेत्र तबाह हुआ काला धन नहीं कम हुआ - नक़ली नोट बढ़े। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी का निर्णय भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक गहरे ज़ख़्म की तरह हमेशा रहेगा।
दूसरी ओर भाजपा ने नोटबंदी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या नोटबंदी के खिलाफ अभियान चलाने के लिए वह देश से माफी मांगेंगे। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने केंद्र सरकार के 2016 में 500 और 1000 रुपए की श्रृंखला वाले नोटों को बंद करने के फैसले को सोमवार को 4:1 के बहुमत के साथ सही ठहराया।