बांग्लादेश में डेंगू ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। देश में भारी संख्या में मरीज डेंगू बुखार के प्रकोप से जूझ रहे हैं। रोज सेकड़ों मामले सामने आ रहे हैं। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में डेंगू के इतिहास में अगस्त अब तक का सबसे खतरनाक महीना साबित हुआ है, जिसमें वेक्टर जनित बीमारी के 60,352 मामले दर्ज किए गए हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि डेंगू के मामले जल्द ही कम होने की संभावना नहीं है। डेंगू को लेकर यह भी बताया गया कि अकेले अगस्त महीने में देश का पिछले साल का रिकार्ड टूट गया है। सिर्फ अगस्त महीने की बात करे तो पिछले साल दर्ज की गई कुल मौतों की तुलना में अधिक मौतें देखी गईं।

इस महीने बांग्लादेश में डेंगू से 286 मौतें हुई हैं और पिछले 26 दिनों में प्रतिदिन औसतन 10 मौतें और 2,321 मामले सामने आए हैं।

डेंगू के बढ़ते मामले देशभर में बिगड़ती स्थिति का संकेत

यह गंभीर आंकड़े तब सामने आए जब शनिवार सुबह तक 24 घंटों के दौरान डेंगू से नौ और मौतें हुईं। इन सभी मौतों में से अकेले ढाका में पांच मौतें हुईं, जिससे इस साल मच्छर जनित बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 537 हो गई। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के अनुसार, इसी अवधि के दौरान, वायरल बुखार से पीड़ित 1,960 से अधिक रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

डीजीएचएस ने कहा कि नए मरीजों में से 833 को ढाका के अस्पतालों में और बाकी को राजधानी के बाहर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। यह बढ़ते मामले देशभर में बिगड़ती स्थिति का संकेत देता है।

लाखों डेंगू मामले आए सामने 

राजधानी ढाका में 3,846 सहित कुल 8,232 डेंगू मरीज अब देशभर के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अब तक डीजीएचएस ने डेंगू के 112,184 मामले और 103,411 रिकवरी दर्ज की है।

बढ़ते डेंगू मामलों पर डब्ल्यूएचओ ने कहा, "डेंगू की अधिक मामले उच्च तापमान और उच्च आर्द्रता के साथ असामान्य एपिसोडिक मात्रा में वर्षा के संदर्भ में हो रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप पूरे बांग्लादेश में मच्छरों की आबादी में वृद्धि हुई है।"