भोपाल ।    भाजपा ने मध्य प्रदेश से राज्यसभा के चार उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। 15 फरवरी को नामांकन की आखिरी तारीख है। 

किसान आंदोलन का मुद्दा भी उठा

कांग्रेस ने ओला-पाला गिरने की वजह से फसलों को हुई क्षति और मुआवजे का मुद्दा उठाया। फसल बीमा पर भी सवाल उठाए। कांग्रेस विधायक भंवरसिंह शेखावत ने कहा कि दिल्ली की तरफ देखेंगे तो किसानों की हालत पता चलेगी। किसानों का दर्द कैलाश विजयवर्गीय को नहीं पता है। इस पर विजयवर्गीय बोले कि पूरे देश के नहीं दो-तीन राज्यों के, पंजाब के ही किसान दिल्ली में हैं। किसानों के प्रति बहुत जवाबदेह हैं। हमने किसानों के लिए बेहतर काम किया है। इस पर कांग्रेस के रामनिवास रावत ने कहा कि किसानों पर बॉर्डर पर रात में आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इस पर भाजपा विधायकों ने आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि नियम 139 के तहत चर्चा हो रही है। इसका मुद्दा मध्य प्रदेश ही रखा जाए। बाहर की बात न की जाए। 

शेखावत ने कहा कि महाकौशल - विन्ध्य, सागर, रीवा, शहडोल समेत कई जिलों में ओला गिरने से किसानों की फसलें बर्बाद हुई है। बीमा कंपनियों ने लूट का धंधा बना रखा है। बीमा कंपनियां पैसा लेकर भाग जाती हैं। सरकार बताएं कि बीमा कंपनियों ने बीमा की कितनी राशि किसानों को दी है। बीमा कंपनियां तो किसानों को 12-13 रुपये का मुआवजा देती है। इस पर बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सरकार ने इस मसले पर पटवारियों को निलंबित भी किया है। 2.72 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सरकार वितरित कर चुकी है। 2,700 किसान अभी प्रक्रिया में है। 11 फरवरी को ओलावृष्टि हुई थी और 12 फरवरी को सरकार ने हर जिले के लिए जांच दल गठित कर दिए थे। सरकार ने निर्णय भी लिया है कि 50% से अधिक क्षति होती है तो शत-प्रतिशत मुआवजा दिया जाएगा।

नर्मदा में गंदा पानी मिलने को लेकर हंगामा

जबलपुर में नर्मदा में गंदा पानी मिलने पर ध्यानाकर्षण को लेकर विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने नर्मदा नदी का जल अशुद्ध होने का मुद्दा उठाया। इस पर नगरीय प्रशासन विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह कहना सही नही है कि नर्मदा नदी में गंदा पानी मिल रहा है। ग्वारीघाट बस्ती से निकलने वाले गंदे पानी को नर्मदा नदी में जाने से रोकने की व्यवस्था की गई है। अन्य स्थानों पर सर्वे करवाया जा रहा है। हमारी नर्मदा मैया पर बहुत श्रद्धा है। हम नर्मदा नदी को मां मानते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आज मेरे पास फोन आया कि ये केवल जबलपुर का नहीं बल्कि श्रद्धा का सवाल है। नर्मदा नदी में गन्दा पानी न मिले, यह सरकार की प्रथमिकता है। विजयवर्गीय ने सदन को आश्वस्त किया कि दो वर्ष में नर्मदा नदी में प्रदेश के किसी भी हिस्से से गंदा पानी नहीं मिलेगा। 

कांग्रेस विधायक ने इस पर कहा कि मां नर्मदा शिव की नहीं भाजपा की बेटी है। इसे लेकर सदन में हंगामा हो गया। मां नर्मदा पर की गई टिप्पणी को लेकर लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि यह मर्यादा विहीन टिप्पणी है। कैलाश विजयवर्गीय बोले कि घनघोरिया को इस पर माफी मांगना चाहिए। यह बेहद ही अपमानित करने वाली बात है। बयान को विधानसभा की कार्यवाही से विलोपित करना चाहिए। इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई।     

बीजेपी विधायक ने अपनी ही सरकार को दी चुनौती

शिवपुरी जिले के करैरा से भाजपा विधायक रमेश प्रसाद खटीक ने शिवपुरी जिले में आरबीसी नहर से सिंचाई के लिए पानी न मिलने को लेकर ध्यानाकर्षण दिया। इस पर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि पानी दिया जा रहा है। इस पर विधायक भड़क गए। उन्होंने कहा कि जांच करवा लीजिए। यदि गांव में पानी दिया जा रहा हो तो विधायकी छोड़ दूंगा।  

बैतूल मामले में कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव, अध्यक्ष ने किया अस्वीकार

मध्य प्रदेश के बैतूल में आदिवासी युवक के साथ पिटाई के मामले में कांग्रेस ने विधानसभा में स्थगन देकर चर्चा की मांग की। कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि स्थगन पर चर्चा करने के लिए समय तय किया जाए। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने स्थगन स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि स्थगन की जानकारी नौ बजकर 50 मिनट पर दी गई। निर्धारित समय के बाद सूचना देने के आधार पर स्थगन स्वीकार नहीं किया गया। 

नेता प्रतिपक्ष ने उठाया भ्रष्टाचार का मुद्दा

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने हजारों करोड़ रुपये के जल जीवन मिशन में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विधानसभा स्तर की जांच समिति गठित कर प्रदेश स्तर पर जांच कराई जाएगी। इसी तरह मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि संवेदनशीलता पर प्रश्न न उठाया जाएं। केंद्र से इतना पैसा आया है कि यहां मैनपॉवर ही नहीं है। गुणवत्ता को लेकर केंद्र ओर राज्य दोनों सरकारें गंभीर हैं। सभी को पलीता न लगाएं। यदि कोई स्पेसिफिक काम हो तो उसे उठाएं। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गांव में नलों से पानी नहीं आ रहा है। यह बात मैं प्रमाण के साथ कह सकता हूं। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा  कि यह सवाल एक विधानसभा से जुड़ा है। भ्रष्टाचार के आरोपी के नाम पर डराए नहीं, एक नहीं दस जांच कराएंगे लेकिन डरेंगे नहीं। 

कांग्रेस ने उठाया बैतूल में आदिवासी के साथ अत्याचार का मुद्दा

कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने बैतूल में आदिवासी युवक को नग्न कर उल्टा लटकाकर पीटने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। राज्य सरकार आदिवासियों की  रक्षा नहीं कर पा रही है। वहीं, राज्य सरकार के मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि इस तरह का अपराध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।