लंदन । वैज्ञानिकों ने लाल सागर की तलहटी में एक विशाल नमकीन झील खोजी है। वैज्ञानिकों की माने तो यहां आक्सीजन नहीं है, यह झील जिंदा प्राणी को अंदर दबोच लेती है। इस झील की लंबाई लगभग 100 फीट है। यह उसमें प्रवेश करने वाले किसी भी जीव को मारने में सक्षम है। ये झील किसी प्राकृतिक चमत्कार से कम नहीं है। ऐसी झील दुनिया भर में पायी जाती हैं। 107,000 वर्ग फुट में फैली इस झील की खोज मियामी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा 2020 में की गई थी। इस दौरान यह पाया गया कि यहां पर ऑक्सीजन की कमी रहती है, फिर भी यह पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति की गुत्थी को सुलझाने में सक्षम है। यह इस क्षेत्र में होने वाले पर्यावरणीय परिवर्तनों की महत्वपूर्ण सूचना प्रदान करती है।मियामी विश्वविद्यालय में समुद्री भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर और अध्यक्ष सैम पुर्किस ने बताया, “पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति गहरे समुद्र में हुई, वह भी लगभग ऑक्सीजन रहित परिस्थितियों में। 
गहरे समुद्र के नमकीन पूल प्रारंभिक पृथ्वी के ऑक्सीजन रहित हाइपरसेलाइन  के बावजूद, तथाकथित ‘एक्सट्रीमोफाइल’ रोगाणुओं के एक समृद्ध समुदाय से भरे हुए हैं। इस समुदाय का अध्ययन करने से उन परिस्थितियों की झलक मिलती है जहां जीवन पहली बार हमारे ग्रह पर दिखाई दिया था।” हालांकि, ये झील काफी खतरनाक है। पुर्किस ने बताया, जिस नमकीन पूल में ऑक्सीजन नहीं होती है, उसे डेथ पूल भी कहा जाता है क्योंकि जो भी इसके करीब जाता है वह जीवित नहीं बचता है। आम तौर पर, समुद्र की इतनी गहराई पर, समुद्र तल पर ज़्यादा जीवन नहीं होता है। हालांकि, नमकीन पूल अद्वितीय हैं क्योंकि वे जीवन से भरे हुए हैं। 
वैज्ञानिकों ने सुनामी और भूकंप को बेहतर ढंग से समझने के लिए इन नए खोजे गए नमकीन पूलों से मिली जानकारी का उपयोग किया। ये पूल क्षेत्र में 1,000 साल से अधिक पुराने वर्षा के इतिहास के साथ-साथ भूकंप और सुनामी के रिकॉर्ड भी प्रदान करते हैं। शोधकर्ताओं को आगे उम्मीद है कि विषम परिस्थियों में पाए जाने वाले अद्वितीय सूक्ष्मजीव ऐसे कण उत्पन्न कर सकते हैं जो चिकित्सा उद्देश्यों के लिए फायदेमंद हैं। समुद्र के छोटे जीवों में बैक्टीरिया और कैंसर से लड़ने की शक्ति वाले पदार्थ पाए हैं।