भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री दुनिया के बेस्ट स्ट्राइकर में से एक हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 92 गोल किए हैं। वह सैफ चैंपियनशिप  में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने के लिए खेल रहे हैं। भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और उसे अब लेबनान से खेलना है। लेबनान को हराकर ही टीम इंडिया हाल में इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीती थी। सेमीफाइनल से पहले सुनील छेत्री ने अपने संन्यास को लेकर बात की। सुनील छेत्री ने शुक्रवार (30 जून) को अपने संन्यास की चर्चाओं को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि उन्होंने खेल को अलविदा कहने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की है। छेत्री 38 वर्ष के हैं, लेकिन अभी भी भारतीय आक्रमण के अगुआ बने हुए हैं। इसका प्रमाण मौजूदा सैफ चैंपियनशिप में उनके द्वारा किए गए तीन मैचों में पांच गोल हैं।

सुनील छेत्री ने क्या कहा?

सुनील छेत्री ने कहा, "मुझे नहीं पता कि देश के लिए मेरा आखिरी मैच कब होगा। मैंने कभी भी दीर्घकालिक लक्ष्य नहीं बनाए हैं। मैं अगले मैच और अगले 10 दिनों के बारे में सोचता हूं। यह (संन्यास) एक दिन होगा ही और तब तक मैं इसके बारे में कभी नहीं सोचता। दुख की बात है कि मैं यह नहीं बता सकता कि संन्यास एक साल में है या छह महीने में लूंगा।'' सुनील छेत्री ने आगे कहा, ''सौभाग्य से या दुर्भाग्य से मेरा परिवार भी इसका अनुमान लगा रहा है। जब भी वे इसका उल्लेख करते हैं तो मजाक में उन्हें अपने आंकड़े बताता हूं।'' 

लेबनान से मिलेगी कड़ी टक्कर: भारतीय कप्तान

छेत्री ने कहा कि लेबनान एक कठिन टीम है और उन्हें हल्के में लेना उल्टा पड़ सकता है। हाल ही में इंटरकॉन्टिनेंटल कप फाइनल में लेबनान पर भारत की 2-0 की जीत के बारे में उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा। छेत्री ने कहा, ''लेबनान एक कठिन टीम है। हम पहले ही उनके साथ दो बार खेल चुके हैं। मुझे पूरा यकीन है कि वे भी हमारे बारे में ऐसी ही भावना रखते हैं। हमने इतने कम समय में इतने सारे मैचों के बाद उबरने की पूरी कोशिश की।''