दन्तेवाड़ा : जिला प्रशासन के प्रयास से “देवगुड़ी“ को मिल रही विश्व पटल पर अलग पहचान। जिले के 143 ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी कायाकल्प कर उसे पर्यटन केन्द्र के रूप में स्थापित करने एवं यहाँ की अमूल्य संस्कृति एवं धरोहर को संजोने का कार्य किया गया है। सास्ंकृतिक संरक्षण अपितु ग्रामवासियों के सामाजिक एवं व्यावहारिक जीवनशैली में भी बदलाव आया है। ग्रामवासियों द्वारा गंदगी मुक्त पंचायत, सुपोषित पंचायत, एनिमिया मुक्त पंचायत, मलेरिया मुक्त पंचायत, शत् प्रतिशत शिक्षित पंचायत, शत् प्रतिशत संस्थागत प्रसव, सांसकृतिक धरोहर का संरक्षण हेतु 07 सूत्रीय संकल्प लिया जा रहा है। इन 07 बिन्दुओं के प्रदर्शन के आधार पर श्रेणी तैयार किया गया है। श्रेणी में प्रथम स्थान 100-91 अंक के बीच हरा रंग, द्वितीय स्थान में 90-75 अंक के बीच पीला रंग तथा तृतीय स्थान पर 75 अंक से नीचे प्रदर्शन रहने पर सफेद रंग से चिन्हांकित किया जाएगा। उपरोक्त सूचकांको में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पंचायतों में विकास कार्य ज्यादा स्वीकृत किये जायेंगे।

रोजगार से मिली आजीविका
             जिले में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा गरीबी उन्मुलन के तहत् जिला प्रशासन ने महिला आत्मनिर्भता हेतु नवा दन्तेवाड़ा गारमेन्ट फैक्ट्री की शुरूआत 31 जनवरी 2021 को गीदम विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हारम में की। इससे बने कपड़ो को डेनेक्स ब्रांड का नाम दिया गया है। गारमेंट फैक्ट्री की दुसरी यूनिट बारसूर में स्थापित की जा चुकी है। अब तक 770 से ज्यादा लोगो को रोजगार मिला है। जल्द ही जिले के विकासखण्ड कटेकल्याण, छिंदनार में डेनेक्स की अन्य यूनिट स्थापित की जा रही है। चारों डेनेक्स में 1200 परिवारों को रोजगार देने का लक्ष्य है। अब तक चलित फैक्ट्रियों से राशि 27.150 करोड़ रूपये का 4 लाख 52 हजार 1 सौ कपड़ों का लॉट बैंगलूरू से अन्य स्थानों के लिए रवाना किया जा चुका है। इसका विक्रय पूरे देश में कश्मीर से कन्याकुमारी तक हो रहा है।

रोजगार से मिली आजीविका
             जिला प्रशासन ने एक अनूठी परिकल्पना ‘‘ग्राम स्वरोजगार’’ पर कार्य करना प्रारंभ किया हैै। जिला प्रशासन द्वारा गांव के अप्रशिक्षित बेरोजगारों को उनके रुचि एवं ग्राम की आवश्यकता अनुरुप विभिन्न तरह के दैनिक जरूरतों दुकान आदि स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण देकर आवश्यक सहयोग राशि विभिन्न योजनाओं के द्वारा उपलब्ध करवायी जा रही है। बेरोजगारों को ‘स्वरोजगार’ के रुप में आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है। इस योजना से जिले के 127 ग्राम पंचायतों के कुल 370 हितग्राहियों को लाभांवित किया जा चुका है।
             नवचेतना बेकरी जिला-दन्तेवाड़ा की प्रथम बेकरी है जहां मानव तस्करी से विमुक्त किये गये बंधुवा मजदूरों एवं ट्रान्स जेन्डर को शत् प्रतिशत स्व-रोजगार उपलब्ध करवाने के उदे्श्य से कुल 6 लोगों को रोजगार दिया गया है, वर्तमान में नव चेतना बेकरी से विभिन्न प्रकार के जैविक उत्पादों से बेकरी व्यंजन जैसे- केक, कुक्कीस, पेस्ट्री इत्यादि बनाई जा रही है। बेकरी से न सिर्फ उन्हें रोजगार मिला है बल्कि उनके जीवन मे भी सकारात्मक सुधार आया है। अब तक नवचेतना बेकरी द्वारा 3 लाख 50 हज़ार 981 रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित हुआ है।
        जिला प्रशासन के मार्गदर्शन के दंतेवाड़ा के सफेद अमचूर का स्वाद जिले को नई पहचान दिला रही है। डैनेक्स द्वारा सफेद अमचूर के प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग करके अमचूर के दर में वैल्यु एडीसन किया जा रहा है। डैनेक्स दन्तेवाड़ा का अपना ब्राण्ड है और इस ब्राण्ड के अन्य उत्पाद है जिसमें नवा दंतेवाड़ा गारमेंट्स फैक्ट्री में तैयार कपड़े, महुआ लड्डू, छिंद रस से निर्मित गुड़ पैकेट, जैविक अनाज, कड़कनाथ मुर्गी और आरओ वाटर को पहचान मिल चुकी है।
जिले में पहली बार शत् प्रतिशत पंचायतों में मनरेगा के तहत् रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया गया। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 22 लाख 10 हजार 562 मानव दिवस का रोजगार सृजन किया गया। इससे 31 हजार 039 परिवारों को 71 दिवस से अधिक का रोजगार प्रदाय किया गया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक 12 लाख 83 हजार 569 मानव दिवस का रोजगार सृजन किया गया। इससे 2 हजार 565 परिवारों को 100 दिवस से अधिक का रोजगार प्रदाय किया गया है।