बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा। निर्माण कार्यो में ठेकेदारों को किस तरह से हैरान परेशान किया जाता है। इसका एक नमूना सीएम हेल्प लाईन पर दर्ज हुई शिकायत है। इस शिकायत में ठेकेदार ने दो आंगनवाड़ी केन्द्रों की मरम्मत का भुगतान कराए जाने के लिए जून माह में शिकायत की थी, लेकिन एक माह से ज्यादा का समय हो जाने के बाद भी उसका भुगतान नहीं हुआ है। वहीं यह शिकायत कभी चिचोली सीएमओ का ट्रांसफर कर दी जाती है तो कभी बाल विकास परियोजना अधिकारी को भेज दी जाती है, जबकि शिकायतकर्ता ने स्पष्ट रूप से बताया है कि मरम्मत की यह राशि महिला एवं बाल विकास परियोजना बैतूल से नगरपालिका बैतूल को दी गई है। ऐस स्थिति में भुगतान की तमाम जिम्मेदारी नगरपालिका बैतूल की है। इसके बावजूद ठेकेदार को भटकाया जा रहा है और उसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। यह उदाहरण बताता है कि किस स्तर पर भर्राशाही चल रही है और इस भर्राशाही की बड़ी वजह जिम्मेदार अधिकारियों की नीयत है। जिसमें वे इस तरह के ठेकेदारों से अतिरिक्त अपेक्षा रखते है। इसलिए भुगतान की फाईलें बैतूल नगरपालिका में अलग-अलग तरीके से उलझाई जाती है।

यह है शिकायत

सौफी शेख ने 19 जून 2024 को सीएम हेल्पलाईन में शिकायत दर्ज कराई थी कि आर्यपुरा और विनोबा वार्ड स्थिति आंगनवाड़ी मरम्मत का कार्य किया गया। उक्त कार्य में उसे 7 लाख 43 हजार रूपए का भुगतान नहीं किया जा रहा है? निराकरण में बताया गया कि सीएमओ से हुई चर्चा के अनुसार वार्ड उपयंत्री द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन अनुसार उक्त आंगनवाड़ी कार्य का प्रशिक्षण किया जाकर माप पुस्तिका में दर्ज किया जाकर देयक भुगतान की कार्रवाई प्रचलन में है, तत्संबंध में शिकायकर्ता को अवगत कराया गया है, उनके द्वारा भुगतान होने के उपरांत ही संतुष्टि व्यक्त किए जाने का कहा गया है कि अत: शिकायत मांग स्वरूप की होने से विलोपन होने योग्य है।

 

 - इस तरह से इधर से उधर भेजी जा रही शिकायत...

1 - 19 जून को सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत दर्ज होती है। निराकरण के लिए निरंजन सिंह डोडवे बाल विकास परियोजना अधिकारी को एल-1 अधिकारी माना गया।

2 - 24 जून को शिकायकर्ता को बताया जाता है कि बाल विकास परियोजना बैतूल शहर द्वारा 23 आंगनवाड़ी केन्द्रों की मरम्मत के लिए राशि नगरपालिका बैतूल को प्रदान की गई है। जिसमें नगरपालिका के ठेकेदार द्वारा मरम्मत कार्य किए गए है। वर्तमान में परियोजना कार्यालय अंतर्गत कोई भी तकनीकी एजेंसी न होने से उक्त किए गए कार्य का परीक्षण एवं आंकलन किया जाना है। फिर यह शिकायत संबंधित कार्य क्षेत्र के अधिकारी को प्रेषित की गई।

3 - इसके बाद यह शिकायत सैय्यद आरिफ हुसैन सीएमओ नगर पंचायत चिचोली को भेज दी गई। जबकि यह बैतूल नगरपालिका क्षेत्र का काम है।

4 - फिर 25 जून को संबंधित अधिकारी को शिकायत प्रेषित करना बताया गया और यह शिकायत बैतूल नगरपालिका सीएमओ ओमपाल ङ्क्षसह भदौरिया को भेजी गई। उन्होंने लोक निर्माण शाखा को शिकायत निराकरण के निर्देश दिए। 

5 - फिर 15 जुलाई को शिकायतकर्ता की असंतुष्टि के आधार पर इसे उच्च अधिकारी को प्रेषित करना बताया गया।

भुगतान को लेकर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का नतीजा

जिस तरह से बैतूल नगरपालिका में इंजीनियर्स पर ठेकेदारों के भुगतान में अड़ंगे लगाने और उन्हें अड़ाकर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार किए जाने के आरोप लग रहे है, उसे देखते हुए इस मामले में भी आरोप लग रहे है कि जानबूझकर भुगतान अटकाया जा रहा है और मजबूरी में ठेकेदार को सीएम हेल्पलाईन में जाना पड़ रहा है और वहां भी राहत नहीं है।

नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 30 जुलाई 2024