(बैतूल) ओम सांई विजन की फिर लगी लॉटरी,अब 38 लाख का लेगी भुगतान..! - पड़ताल... शहर के 33 वार्डो में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन ठेके में होने वाली भुगतान राशि को लेकर है गंभीर सवाल
बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल नपा में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का पुन: ठेका ओम सांई विजन कंपनी के लिए लॉटरी लगने जैसा माना जा रहा है। कंपनी ने हालांकि 0.35 बिलो पर टेंडर हासिल किया है, लेकिन इसके बाद भी माना जा रहा है कि यह कंपनी के लिए जबरदस्त मुनाफे का टेंडर साबित हो सकता है। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि टेंडर की शर्तो में जो कुल रकम नगरपालिका ओम सांई विजन को भुगतान पर खर्च करेंगी वह करीब 38 लाख 11 हजार रूपए प्रतिमाह होगी, जो कि पिछले टेंडर के मुकाबले काफी अधिक राशि है। इस राशि में कंपनी के लिए ईंधन, वाहन मेंटेनेंस, वाहन चालक, हेल्पर, आईसीसी मेम्बर, ईपीएफ, ईएसआईसी बीमा एवं अन्य सामाग्री पर खर्च के रूप में दिया जाएगा। अब कंपनी का जो पिछला ठेका रहा है, उसमें कंपनी ने जिस तरह से काम किया है और जिस तरह से उसने अलग-अलग निर्धारित सिगमेंट पर खर्च दिखाकर भुगतान लिया है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि यह नगरपालिका के लिए महंगा सौदा है। जानकार कहते है कि जितना पैसा नगरपालिका इस ठेका कंपनी पर खर्च कर रही है उसमें इससे बेहतर सर्विस नगरपालिका स्वयं दे सकती थी। खैर जो भी हो लेकिन ओम सांई विजन के लिए टेंडर में नए सिरे से जोड़ी गई तीन शर्ते टेंडर हासिल होने का वरदान साबित हुई है।
- 5 लीटर का था आवंटन 3 लीटर हो रहा खर्च पर अब 6 लीटर डीजल मिलेगा...
पिछले टेंडर में जो भुगतान हो रहा था उसमें मिनी टिप्पर वाहन के ईंधन के लिए 5 लीटर प्रतिदिन का हिसाब लगाया जा रहा था। हालांकि अपुष्ट सूत्रों का दावा है कि प्रत्येक वाहन में औसतन 3 लीटर प्रतिदिन में ही शहर का डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम बिना किसी व्यवधान का वाहनों द्वारा हो रहा था। अब ऐसी स्थिति में इन मिनी टिप्पर वाहन के संचालन के लिए प्रतिदिन प्रति वाहन 6 लीटर डीजल किया जाना सवाल और संदेह को जन्म देता है। वर्तमान टेंडर में ईंधन की दर को लेकर 95 रूपए प्रति लीटर के हिसाब से 6 लीटर प्रति वाहन प्रतिदिन का हिसाब-किताब बनाकर बिल भुगतान होगा।
- आश्चर्य किंतु सत्य कि शहर में वार्डो और अन्य सडक़ें अचानक लंबी हो गई...
टेंडर के अनुसार ही शहर का क्षेत्रफल 15.70 किमी में फैला हुआ है और इसी के आधार पर यह 6 लीटर डीजल का प्रावधान किया गया है। अब सवाल यह है कि क्या 5 वर्ष में शहर में वार्डो की चौड़ाई बढ़ गई है या वार्डो को कनेक्ट करने वाली या वार्डो के अंदर जिन सडक़ों पर वाहन घूमता है, उनकी लंबाई अचानक बढ़ गई है जो डीजल की मात्रा बढ़ानी पड़ रही है, वैसे भी एक वाहन एक वार्ड में कितना घूमता होगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि बहुत हुआ तो एक वाहन लगभग 10 किमी चलता होगा।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 नवंबर 2024