(बैतूल) नियम से डब्ल्यूएमएम के दूसरे या तीसरे दिन होना चाहिए बीएम पर 15 दिन बाद कर रहा है ठेकेदार , - निर्माणाधीन बैतूल-मलकापुर बीटी रोड में स्टीमेट के अनुसार नहीं हो रहा निर्माण
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल से मलकापुर के मध्य करीब 6 करोड़ की लागत से 6 किलोमीटर बीटी रोड का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में यह निर्माण कार्य जिस तरह से हो रहा है, उससे सडक़ के भविष्य पर गंभीर सवाल है। जो भी व्यक्ति सडक़ निर्माण को समझता होगा वह देखकर बता सकता है कि सडक़ का निर्माण ठेकेदार द्वारा स्टीमेट के अनुसार नहीं किया जा रहा है। उक्त सडक़ में ठेकेदार ने सीआरएम पूरा बचा लिया है और जो डब्ल्यूएमएम (वेट मिक्स मेकेडम जिसमें डस्ट 6 , 10, 20, 30, 40 एमएम मेटल का मिक्चर रहता है।) किया है, उसमें भी प्रापर ग्रेडिंग वाला मटेरियल ही उपयोग नहीं किया है। विशेष बात यह है कि पीडब्ल्यूडी के उपयंत्री ही कह रहे है कि डब्ल्यूएमएम के दूसरे या तीसरे दिन बीएम हो जाना चाहिए, लेकिन यहां पर 15 दिन बाद हो रहा है। इस स्थिति में जब डब्ल्यूएम प्रापर ग्रेडिंग का नहीं है और थिकनेस भी बराबर मात्रा में नहीं है। वहीं यहां पर डब्ल्यूएमएम पर इमल्शन के फस्र्ट कोट के बाद जब रोलिंग की गई, लेकिन नियम अनुसार दो कोट होना चाहिए। डब्ल्यूएमएम प्रापर ग्रेडिंग का नहीं है, इसलिए इस सडक़ पर से जैसे ही वाहन गुजर रहे है तो डब्ल्यूएमएम के अंदर वाहनों के पहिए धंस रहे है और गिट्टी बाहर निकल रही है। इस तरह की स्थिति को लेकर एक्सपर्ट का यह मानना है कि भविष्य में यह सडक़ बहुत कम समय में टूटना शुरू हो जाएगी, वजह यह है कि ठेकेदार ने सीआरएम किया ही नहंी और जो डब्ल्यूएमएम किया है, उसमें भी गिट्टी प्रापर कसावट के साथ नहीं है और हिल रही है। ठेकेदार ने ज्यादा बचत के चक्कर में डब्ल्यूएमएम के ऊपर जो बीएम कर रहा है उसकी क्वालिटी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे है। इस स्थिति में सडक़ का भविष्य खतरे में नजर आता है।
- बीएम की फस्र्ट लेयर में डामर का परसेंटेंज और थिकनेस भी कम...
गुरूवार को सिविल वर्क से जुड़े एक सिविल इंजीनियर ने श्रीराम कंस्ट्रक्शन द्वारा बनाई जा रही है बैतूल-मलकापुर बीटी रोड का सामान्य मौका मुआयना किया तो उन्होंने पाया कि ठेकेदार द्वारा डब्ल्यूएमएम के ऊपर बीएम कोट की फस्र्ट लेयर डाली जा रही है, उसमें डामर का परसेंटेंज कम है। उन्होंने यह भी देखा कि बीएम की लेअर की थिकनेस में भी अलग-अलग जगह अलग-अलग स्थिति है।
- इनका कहना...
जो वस्तु स्थिति है उसको लेकर मैं कलेक्टर साहब को अवगत कराता हूं और आप भी बैतूल विधायक को वस्तु स्थिति से अवगत कराए। वजह यह है कि मैं अभी बिहार दौर पर हूं।
-दुर्गादास उईके, केन्द्रीय राज्य मंत्री, सांसद बैतूल।
मैं कार्यपालन यंत्री को बोलता हूं कि वे पूरी टीम लेकर मौके पर पहुंचे और जो भी तकनीकी खामियां है, उसकी विधिवत जांच करवाकर उसे दूर करवाएं जिससे कि सडक़ गुणवत्तापूर्ण बने।
- हेमंत खण्डेलवाल, विधायक, बैतूल।
मैं अभी कार्यपालन यंत्री से चर्चा कर रहा हूं और उन्हें आपके बताए हुए तथ्यों के आधार पर निर्माणाधीन सडक़ में जांच करने के लिए कहता हूं और जो रिपोर्ट आएगी उससे मैं आपको अवगत कराउंगा।
- नरेन्द्र सूर्यवंशी, कलेक्टर, बैतूल।
गुरूवार को मैं मीटिंग में व्यस्त थी, इसलिए मौके पर नहीं जा सकी। आज मैं किसी को निर्माण स्थल पर भेजकर दिखवाती हूं या मैं स्वयं जाकर देखती हूं।
- प्रीति पटेल, कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग, बैतूल।
डब्ल्यूएमएम होने के दो दिन बाद नियम से बीएम करना चाहिए, लेकिन ठेकेदार देर से कर रहा है और कुछ कमी है तो मैं दिखवाता हूं।
- अखिलेश कवड़े, उपयंत्री, लोक निर्माण विभाग, बैतूल।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 नवंबर 2024