बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल-मलकापुर बीटी रोड जो कि 6 करोड़ की लागत से करीब 6 किलोमीटर बनाया जा रहा है। इस सडक़ का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा करवाया जा रहा है। यहां पर श्रीराम कंस्ट्रक्शन द्वारा सडक़ निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य में तकनीकी रूप से पहली नजर में ही दिखाई दे रहा है कि सडक़ निर्माण के पैरामीटर को ताक पर रखा जा रहा है। यही कारण है कि सीआरएम और डब्ल्यूएमएम के मामले में निर्माण ठेकेदार श्रीराम कंस्ट्रक्शन ने भरपूर कंजूसी दिखाई है। शुक्रवार को राष्ट्रीय दिव्य दुनिया में प्रकाशित खबर में कलेक्टर नरेन्द्र सूर्यवंशी द्वारा संज्ञान लेने और पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदार अधिकारिया को हडक़ाने का असर शनिवार को निर्माण स्थल पर दिखाई दिया, जहां ठेकेदार बैतूल की ओर वाले पोर्शन में डब्ल्यूएमएम पर ग्रेडर चलाता हुआ नजर आया। यह काम उसने मात्र 100 मीटर में ही किया है। इसके बाद जब सोमवार को निर्माण स्थल पर देखा गया तो ठेकेदार के वाहन खड़े करने के यार्ड से थोड़े आगे मलकापुर की तरफ वाले पोर्शन में बिना ग्रेडर के ही पुराने बिछाए डब्ल्यूएमएम पर इमलशन का पहला कोट किया गया है और उसके ऊपर ही बिना दूसरा इमरशन का कोट किए ठेकेदार बीएम करवाते हुए दिखाई दिया। वहीं एक पोर्शन में तो बीएम के ऊपर बीसी भी कर दिया गया है। जो मौके पर स्थिति नजर आ रही है उसमें जो बीएम किया गया उसकी गिट्टी रोलिंग के बाद भी वाहनों के चलने पर उछल रही है, जिससे साफ नजर आ रहा है कि ठेकेदार ने बीएम में डामर का परसेेंटेज निर्धारित मात्रा से कम उपयोग किया है। यदि देखा जाए तो बीटी रोड में जो डब्ल्यूएमएम होता है फाईन एग्रीगे्रड की निर्धारित मात्रा होना चाहिए (जैसा कि स्थिति एक वाली तस्वीर में नजर आ रहा)। यदि ऐसा नहीं होगा तो भविष्य में सडक़ टूटना शुरू हो जाएगी। वजह यह है कि फाईन एग्रीगेड नहीं होने से सडक़ पर जब भारी वाहनों का आवागमन होता है तो डब्ल्यूएमएम की गिट्टी हिलेगी और सडक़ में क्रेक पैदा करेगी। वैसे भी जिस गुणवत्ता और जिस मात्रा में इमलशन और डामर का उपयोग किया जा रहा है, वह बताता है कि सडक़ का भविष्य लंबा नहीं है। अब सवाल यह है कि निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी सडक़ की गुणवत्ता के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर क्यों चुप्पी साधे हुए है। जबकि शुक्रवार को कलेक्टर और बैतूल विधायक ने कहा था कि पीडब्ल्यूडी अब जांच परखकर निर्माण कराएगी।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 19 नवंबर 2024