भोपाल ।  प्रदेश पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा जब्त की गई शराब में अब यह पता लगाना बहुत आसान हो जाएगा कि यह जहरीली तो नहीं है। शराब में अल्कोहल की मात्रा कितनी है। 10 से 15 मिनट के भीतर जांच के परिणाम सामने आ जाएंगे। इसके लिए भोपाल में भदभदा स्थित फारेंसिक लैब में 60 लाख रुपये से स्वचलित अल्कलाइजर लगाया जा रहा है। इसकी खरीदी के आदेश जारी कर दिए गए हैं। प्रदेश में इस तरह की यह पहली मशीन है। अभी यह सब पता लगाने के लिए अलग-अलग तरह के केमिकल्स का उपयोग किया जाता है। टेस्ट ट्यूब में बारी-बारी से यह केमिकल डाले जाते हैं। इसमें 10 से 12 घंटे लग जाते हैं। इस कारण लंबित जांचों की संख्या बढ़ती है, जिससे न्यायालयों में भी निर्णय में भी देरी होती है।

नई व्‍यवस्‍था से यह होगा लाभ

फारेंसिक साइंस लैब के अधिकारियों ने बताया कि नई मशीन में सभी तरह के केमिकल्स की किट रहती है, इसलिए अलग से डालकर जांच की जरूरत नहीं पड़ती। सटीक रिपोर्ट मिलने पर आपराधिक प्रकरणों में आरोपितों को सजा दिलाना अब और आसान हो जाएगा। नशामुक्ति अभियान के तहत पिछले वर्ष मध्य प्रदेश पुलिस ने आबकारी विभाग के साथ मिलकर सभी जिलों से बड़ी मात्रा में शराब जब्त कर सैंपल लिए हैं। यह मशीन आने के बाद इन सैंपलों की जांच में तेजी आएगी। फारेंसिक साइंस लैब के डायरेक्टर शशिकांत शुक्ला ने बताया कि महीने भर में मशीन स्थापित होने की उम्मीद है।