अहमदाबाद । भारत की मेजबानी में शुरु हो रहे आईसीसी एकदिवसीय विश्वकप 2023 का पहला मुकाबला गत विजेता इंग्लैंड और उपविजेता न्यूजीलैंड के बीच गुरुवार को यहां के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच के लिए सभी टिकट पहले ही बिक गये थे। ऐसे में स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा रहेगा। 
इस मुकाबले को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह है। इस मैच में जहां इंग्लैंड टीम एक बार फिर खिताब बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी। वहीं कीवी टीम पिछले विश्वकप की हार का बदला लेने के इरादे से उतरेगी। स्टार खिलाड़ियों से भरी इंग्लैंड की टीम जहां इस मैच में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। वहीं न्यूजीलैंड ने अभ्यास मैचों में शानदार प्रदर्शन से दिखाया है कि वह कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। 
इंग्लैंड की टीम जोस बटलर की कप्तानी में विश्व कप जीतने की प्रबल दावेदार है। टी20 विश्व कप भी इंग्लैंड ने ही जीता था। दूसरी ओर अभी तक आईसीसी विश्व कप नहीं जीत सकी न्यूजीलैंड टीम के सामने कई समस्यायें हैं। कप्तान केन विलियमसन अभ्यास मैच खेलने के बावजूद फिट नहीं हुए हैं, ऐसे में टीम को उनके बिना ही उतरना होगा। टॉम लाथम को विलियमसन के नहीं होने के कारण कप्तानी की जिम्मेदारी दी गयी है। वहीं तेज गेंदबाज टिम साउदी भी पहले मैच में उपलब्ध नहीं हैं। विलियमसन ओर साउदी सर्जरी के बाद पूरी तरह से फिट नहीं हुए हैं। इन दोनो अहम खिलाड़ियों के बिना कीवी टीम कमजोर नजर आती है। विलियमसन जहां प्रमुख बल्लेबाज हैं। वहीं साउदी अनुभवी गेंदबाज है। 
दूसरी ओर इंग्लैंड के पास बेन स्टोक्स जैसे ऑलराउंडर हैं जो बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपने शानदार प्रदर्शन के कारण मैच विजेता माने जाते हैं। 
अहमदाबाद की पिच आम तौर पर बल्लेबाजों की सहायक मानी जाती है ओर ऐसे में इंग्लैंड के पास बड़ा स्कोर बनाने का अच्छा अवसर है क्योंकि उसके पास जो रूट , लियाम लिविंगस्टोन, जॉनी बेयरस्टॉ, हैरी ब्रूक सहित कई बेहतरीन बल्लेबाज हैं। स्टोक्स घुटने की दिक्कत के कारण गेंदबाज शायद ही करें पर बल्लेबाजी में वह कभी भी बाजी पलट देते हैं।पिछले दो विश्व कप फाइनल (2019 और 2022) में उन्होंने ये साबित किया था। 
उनके अलावा इंग्लैंड के कप्तान लियाम लिविंगस्टोन, जॉनी बेयरस्टॉ, हैरी ब्रूक, डेविड मलान और जो रूट जैसे बल्लेबाज भी हैं। उसके कई खिलाड़ियों ने आईपीएल में खेला है जिसका लाभ भी उसे मिलेगा। इसके अलावा मोईन अली, क्रिस वोक्स और सैम कुरेन के रूप में उनके पास काफी अच्छे ऑलाराउंडर हैं। गेंदबाजी में मार्क वुड के पास तेजी और आईपीएल का अनुभव है। स्पिन की जिम्मेदारी रशीद के पास रहेगी। इंग्लैंड को 2019 विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले जोफ्रा आर्चर की कमी खलेगी जो चोट के बाद वापसी कर रहे हैं। वह रिजर्व के रूप में टीम में हैं। दूसरी ओर विलियमसन और साउदी के अनुभव की न्यूजीलैंड को कमी खलेगी पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने से उसके हौसले बुलंद होंगे। न्यूजीलैंड टीम 2015 और 2019 वनडे विश्व कप तथा 2021 टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची।
उसके पास शीर्षक्रम में डेरिल मिशेल और डेवोन कोंवे जैसा आक्रामक बल्लेबाज हैं। टीम के लिए हालांकि कप्तानी कर रहे टॉम लाथम का खराब फॉर्म परेशानी का कारण बन सकता है। उनके पास जिम्मी नीशाम और ग्लेन फिलिप्स जैसे आक्रामक बल्लेबाज हैं। विल यंग ने इस साल वनडे में 14 मैचों में 578 रन बनाये वह तीसरे नंबर पर वह काफी प्रभावी रहे हैं। गेंदबाजी में साउदी की कमी मैट हेनरी, अनुभवी ट्रेंट बोल्ट और लॉकी फर्ग्युसन पुरी कर सकते हैं। कुल मिलाकर देखा जाये तो किवी टीम भी कम नहीं है। उसके पास भी अच्छे बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। ऐसे में उसकी दावेदारी भी कमजोर नहीं है। कुल मिलाकर दर्शकों को रोमांचक क्रिकेट देखने को मिलेगा। 
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
इंग्लैंड : जोस बटलर (कप्तान), जो रूट, जॉनी बेयरस्टॉ, हैरी ब्रूक, लियाम लिविंगस्टोन, डेविड मलान, बेन स्टोक्स, मोईन अली, क्रिस वोक्स, सैम कुरेन, डेविड विली, आदिल रशीद, मार्क वुड, रीसे टॉपली, गुस एटकिंसन।
न्यूजीलैंड : टॉम लाथम (कप्तान और विकेटकीपर), डेवोन कोंवे, विल यंग, केन विलियमसन (पहले मैच में उपलब्ध नहीं), मार्क चैपमैन, डेरिल मिशेल, जेम्स नीशाम, ग्लेन फिलिप्स, रचिन रविंद्र, मिशेल सेंटनेर, ईश सोढी, टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फर्ग्युसन, मैट हेनरी।