सागर ।    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्य प्रदेश में सागर के बडतूमा पहुंचे और यहां 100 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले संत रविदास मंदिर का भूमिपूजन किया। प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संत रविदास ने मुगलों के शासनकाल के दौरान साहस के साथ कहा था कि पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। उन्होंने उस दौर में गुलामी से लड़ने की प्रेरणा दी थी। इस दौरान उन्होंने सागर को कई विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिस मंदिर का मैंने भूमिपूजन किया है, इसके बनने के बाद मैं उद्घाटन में भी आऊंगा।

हमारी सरकार पिछड़ों और वंचितों को दे रही सम्मान

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज करीब 90 वन उत्पाद को एमएसपी का लाभ मिल रहा है। कोई भी वंचित पिछड़ा नहीं रहे। बिजली और पानी कनेक्शन भी मुफ्त दिया जा रहा है। एसटी-एससी समाज के लोग आज अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं। सागर एक ऐसा जिला है जिसकी पहचान लाखा-बंजारा जैसे वीर से भी होती है। उन्होंने सबसे पहले पानी की अहमियत को समझा। जिन्होंने इतने वर्षों तक सरकारें चलाई उन्होंने गरीबों को पानी देने की कोशिश भी नहीं की। आज पिछड़े इलाकों में पाइप से पानी पहुंच रहा है। हर जिले में 75 अमृत सरोवर भी बनाए जा रहे हैं। हमारी सरकार पिछड़ों और वंचितों को सम्मान दे रही है।

पीएम ने कहा, स्वास्थ्य के लिए सरकार कर रही काम

प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए इंद्रधनुष अभियान चलाया जा रहा है। बच्चों के लिए टीकाकमरण अभियान चलाया जा रहा है। हम सिकलसेल से मुक्ति के लिए अभियान चला रहे हैं। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए काम हो रहा है। इन बीमारियों से सबसे ज्यादा गरीब परिवार ही शिकार होते थे। अगर इलाज की जरूरत होती है तो आयुष्मान योजना के जरिए अस्पतालों में मुफ्त इलाज होता है। लोग कहते हैं मोदी कार्ड मिल गया है, 5 लाख रुपये तक का इलाज इससे मिलता है।

पीएम मोदी ने कहा, मैं जानता हूं कि भूख क्या होती है

संत रविदास ने मुगलों के शासनकाल में कहा था कि पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। एक तरह से उन्होंने समाज में गुलामी से लड़ने की प्रेरणा दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि रविदास ने दोहे में कहा था ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न। आज हमने देश को ऐसी ही दिशा में ले जाने का प्रयास किया है। कोरोना के समय जब सारी व्यवस्थाएं चरमरा गईं। गरीबों के लिए लोग सोच रहे थे कि समाज का यह तबका कैसे रह पाएगा। तब मैंने सोचा था कि मैं अपने भाई-बहनों को भूखे पेट नहीं रहने दूंगा। मैं जानता हूं कि भूख क्या होती है, मैं आपके ही परिवार का सदस्य हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी सौगात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एनएचएआई की भारत माला परियोजना के अंतर्गत दो परियोजनाओं की 1582.28 करोड़ की सड़कों का शिलान्यास किया। इसके साथ ही ढ़ाई हजार करोड़ की लागत से बने कोटा-बीना रेल मार्ग के दोहरीकरण का लोकार्पण भी किया।