जहांगीरपुरी में लगा राजनीतिक जमघट, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
नई दिल्ली । राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर निकाली गई धार्मिक शोभा यात्रा के दौरान भड़की हिंसा को लेकर सियासत गर्म है। विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर है। इन सबके बीच जहांगीरपुरी अब राजनीतिक पर्यटन केंद्र के रूप में तब्दील होता दिखाई दे रहा है। दरअसल, कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पहले ही वहां पहुंचने की कोशिश कर चुका है जबकि आज समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस का भी एक प्रतिनिधिमंडल भी जहांगीरपुरी पहुंचने वाला है। वर्तमान में देखे तो इलाके में माहौल तनावपूर्ण है, क्योंकि आमतौर पर चहल-पहल रहने वाले कुशल चौक पर सन्नाटा पसरा रहा और दुकानें बंद रहीं। सी-ब्लॉक में आवाजाही को सुरक्षा कर्मियों द्वारा नियंत्रित किया गया है, और वहां बड़े पैमाने पर अवरोधक लगाये गये हैं। सख्त निगरानी के लिए दिल्ली पुलिस ने इलाके में कई जहहों पर सीसीटीवी कैमरों को इंस्टॉल किया है। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों, केंद्रीय बलों और रैपिड एक्शन फोर्स को हिंसा प्रभावित इलाके में पहरेदारी करते देखा गया।
अतिक्रमण रोधी अभियान के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) का एक जांच दल जहांगीरपुरी जाएगा। संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क की अगुवाई वाले इस दल में मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन, राज्यसभा सदस्य विशंभर प्रसाद निषाद, पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा तथा जावेद अली खान शामिल होंगे। सपा ने आरोप लगाया कि पिछली 20 अप्रैल को भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम द्वारा बुल्डोजर चलाकर जहांगीरपुरी बस्ती को उजाड़ दिया गया है। सपा का यह दल इस मामले की जांच करेगा। वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का भी प्रतिनिधिमंडल जहांगीरपुरी पहुंच रहा है। छह सांसदों वाला दल पार्टी प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। टीएमसी की छह सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल में काकोली घोष दस्तीदार, शताब्दी रॉय, माला रॉय, प्रतिमा मंडल, सजदा अहमद और अपरूपा पोद्दार शामिल हैं।
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने जहांगीरपुरी क्षेत्र का दौरा किया, हालांकि पुलिस ने उसे उस स्थान पर जाने से रोक दिया जहां एक दिन पहले ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था। पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस महासचिव अजय माकन, पार्टी के दिल्ली प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और कई अन्य नेता शामिल रहे। माकन ने कहा कि बुलडोजर चलाया जाना गरीब लोगों और उनकी जीविका पर हमला था। उन्होंने कहा, बुलडोजर चलाया जाना गैरकानूनी है। मैं शहरी विकास मंत्री रह चुका हूं और जानता हूं कि कानून कैसे काम करता है। नोटिस दिए बिना ऐसा कदम नहीं उठाया जा सकता। भाजपा के नेता झूठ बोल रहे हैं।
इन सब के बीच भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) द्वारा हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी में कई ‘अवैध’ ढांचों को ढहाने के एक दिन बाद पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगमों के महापौरों को भी उनके क्षेत्रों में ‘रोहिंग्या, बांग्लादेशियों और असामाजिक तत्वों द्वारा सरकारी जमीन पर किए गये अतिक्रमण’ को समाप्त करने के लिए, इसी तरह का अभियान चलाने के लिए पत्र लिखा। बसपा की अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके व अन्य राज्यों में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाए जाने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार को उन अफसरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जिनकी वजह से अवैध निर्माण हुए थे।