लोकसभा के सियासी रण में आरोप-प्रत्यारोप के साथ-साथ अब कार्टून वार भी शुरू हो चुका है। भाजपा और कांग्रेस ने एक-दूसरे पर कार्टून के जरिए गंभीर सवाल दागे हैं। भाजपा ने जहां मतांतरण को मुद्दा बनाया है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर सांसद प्रत्याशी पर दर्ज एफआइआर वापस लेने का आरोप लगाया है।

इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कार्टून वार की वजह से भाजपा-कांग्रेस में राजनेताओं के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी शुरु हो गई है। शनिवार को यह मुद्दा दिनभर छाया रहा। मतांतरण के विषय को लेकर भाजपा ने दीपक बैज व कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर कार्टून बनाते हुए तंज कसा।

इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए सरगुजा से कांग्रेस प्रत्याशी चिंतामणि महाराज पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने लिखा है कि सरगुजा सावधान, भाजपा में जाते ही चिंता की चिंता खत्म, एसीबी की एफआइआर में नाम गायब... कांग्रेस ने भाजपा के कार्टून के बाद एक के बाद एक तीन कार्टून इंटरनेट मीडिया में प्रसारित किए हैं।

कांग्रेस का आरोप, भाजपा ने गिराया राजनीति का स्तर

भाजपा के छेड़े गए कार्टून युद्ध का कांग्रेस ने जबाव दिया है। कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल और सरोज पांडेय पर भी कार्टून जारी किए। कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस कार्टून वार के लिए भाजपा का जिम्मेदार है। भाजपा ने राजनीति का स्तर गिराया है। उन्होंने कहा कि बयानबाजी के राजनीतिक मुद्दे होने चाहिए। कांग्रेस ने संस्कृत श्लोक “शठे शाठ्यम समाचरेत्“ लिखकर कहा कि कांग्रेस ने भाजपा के साथ उसका व्यवहार दोहराया है।

वहीं कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि कार्टून एक कला है। कार्टून किसी का उपहास करने के लिए नहीं बनाया गया है ,बल्कि कांग्रेस की कार्यशैली जिससे प्रदेश की जनता नाराज रही है उसे उजागर करता है। कांग्रेस के नेता आएंगे, तो फिर वहीं काम होंगे। हमारे कार्टून का प्रतिफल बहुत अच्छा मिल रहा है। बहुत कम शब्दों में लोग समझ पा रहे हैं।