जगदलपुर ।  छत्तीसगढ़ में चुनावी प्रचार के लिए लगातार दोनों दल के बड़े नेता बस्तर पहुंच रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को चुनाव प्रचार के लिए बस्तर पहुंचे। उन्होंने बस्तर ब्लॉक के लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के लिए वोट मांगा। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को जमकर कोसा। राहुल गांधी ने कहा, हम आपको आदिवासी कहते हैं मोदी आपको वनवासी कहते हैं। हिदुस्तान में जब कोई नहीं था तब आदिवासी यहां वास करते थे, यहां के जल जंगल सब पर उनका हक था। जो आपको वनवासी कहते हैं वो हिदुस्तान का हिस्सा नहीं मानते। हम आपके लिए पेशा कानून लाए, मनरेगा लाए, भाजपा के लोग आरएसएस के लोग आपके विचार भरोसा पर आक्रमण करते हैं, हिंदुस्तान में जंगल कम हो रहा है। यह जंगल जमीन मोदी जी अडानी को पकड़ा रहे हैं। ये चाहते हैं कि आप बड़े शहरों में ना जाए, बड़ी कंपनियों में काम ना करें, लेकिन हम चाहते हैं आप आगे बढ़े।
राहुल गांधी ने कहा, मोदी जी कभी समंदर के अंदर घुस जाते हैं पूजा करते हैं। कोविड में थाली बजाओ कहते हैं, जब सांसे नहीं चल रही थी लाशें रखने की जगह नहीं थी, जब थाली से काम नहीं चला तब कहते हैं मोबाइल का टॉर्च जलाओ। जब मजदूर उस वक्त घर वापस जा रहे थे उस वक्त दिल्ली की सरकार ने कोई मदद नहीं की। सारा सुविधा अडानी अंबानी को दे देते हैं। किसी भी राज्य में चले जाओ सब कहते हैं सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी और महंगाई है। उन्होंने कहा, राम मंदिर का उदघाटन हुआ। देश के राष्ट्रपति आदिवासी है उनको मना कर दिया कि आप राम मंदिर के उद्घाटन में नहीं आएगी, ये मैसेज पीएम नरेंद्र मोदी ने दिया। भाजपा के लोग आदिवासी के ऊपर पेशाब करते हैं, ये है आदिवासियों की स्थिति, आदिवासियों से उनका जल जंगल छीनना चाहते हैं। भाजपा अपना पूरा धन अडानी अम्बानी को दे दिए। कांग्रेस 5 काम करने जा रही है, बेरोजगारी 30 लाख रिक्त पद है, 30 लाख पद को हमारी सरकार बनते ही आपके हवाले कर देंगे। हम आपके लिए मनरेगा लाये थे जिससे करोड़ों लोगों को लाभ मिला, अब हम अप्रेंटिशिप लाने वाले हैं, जिससे हिंदुस्तान के सभी पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को एक साल की नौकरी मिलेगी। उनकी ट्रेनिग होगी और उनके खाते में 1 लाख रुपए डाला जाएगा। वो अच्छे काम कर रहे हैं तो उन्हीं संस्था में उनकी नौकरी पक्की होगी।
2-3 फीसदी लोगों के पास जा रहा धन
राहुल गांधी ने कहा कि पूरा का पूरा धन 2-3 फीसदी लोगों के पास जा रहा है। आप जीएसटी देते हैं, लेकिन जब आपका पैसा बांटा जाता है तो आपके लोग उसमें हैं ही नहीं। राहुल गांधी ने कहा कि देश का बड़ी कंपनियों का मालिक आपको न तो आदिवासी मिलेगी और न ही ओबीसी का। वही लोग बड़े मीडिया संस्थान चलाते हैं, वही लोग बड़े शिक्षा संस्थान चलाते हैं। देश की सरकार को 90 अफसर चलाते हैं। बजट बनता है तो यही 90 लोग तय करते हैं कि किस सेक्टर में कितना बांटना है। मैंने पता लगाया तो पता चला कि उन 90 अफसरों में से 1 आदिवासी वर्ग का है। देश के बजट में 100 रुपए खर्च होते हैं तो आदिवासी अफसर 10 पैसे का फैसला लेता है। राहुल गांधी ने कहा कि महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण सरकारी नौकरियों में देंगे। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय डबल करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी अरबपतियों को पैसा दे सकते हैं तो कांग्रेस पार्टी आपको पैसे दे सकती है। चुनाव के बाद ये योजना शुरू हो जाएगी, जिसे हमने महा लक्ष्मी योजना नाम दिया है। सभी गरीब परिवारों की लिस्ट निकाली जाएगी। हर परिवार में हम एक महिला को चुनेंगे। करोड़ो महिलाएं चुनी जाएंगी, इसके बाद हर महीने उस महिला के बैंक खाते में साढ़े 8 हजार रुपए डाले जाएंगे। यानी एक साल में 1 लाख रुपए मिलेंगे। एक झटके में हम देश से गरीबी मिटा देंगे।
हमारी सरकार आई तो किसानों का कर्ज माफ करेंगे
मोदी जी ने 22-25 लोगों का कर्जा माफ कर दिया है, ये उतना ही है जितना 25 साल में मनरेगा का पैसा होता है। छत्तीसगढ़ में हमने किसानों को पैसा दिया, वही हम देश में करेंगे। जैसे ही सरकार आएगी सबसे पहले काम कर्ज माफी होगा। किसानों को सही दाम होगा वो भी कानूनी गारंटी के साथ।
सरकारी सेक्टर में हम ठेकेदारी प्रथा को खत्म कर देंगे
देश के बेरोजगार युवाओं को एक साल के लिए नौकरी मिलेगी, ट्रेनिंग मिलेगी। एक साल बाद उनके अकाउंट में 1 लाख रुपए जमा किए जाएंगे। अगर काम अच्छा रहा तो उनकी नौकरी परमानेंट हो जाएगी। एक तरह से ये जॉब मार्केट में जाने का दरवाजा होगा। गरीब लोगों को कहीं परमानेंट नौकरी नहीं मिलती। अमीरों को वेतन, पेंशन और मेडिकल की सुविधा मिलती है। लेकिन जब गरीब काम करते हैं तो उन्हें एक दिन में भी निकाला जा सकता है। सरकारी सेक्टर में हम ठेकेदारी प्रथा को खत्म कर देंगे। जब आपको नौकरी मिलेगी वह परमानेंट होगी।
युवाओं को अप्रेंटिसशिप का अधिकार देंगे
राहुल गांधी ने कहा कि अमीर घरों के बच्चे काम करने से पहले एक साल की अप्रेंटिसशिप करते हैं। जिसके लिए उन्हें पैसा भी मिलता है। आपको याद होगा हम आपके लिए मनरेगा लाए थे। जिसके जरिए करोड़ों लोगों को फायदा हुआ। अब हम अप्रेंटिसशिप का अधिकार लाने जा रहे हैं। जिनके पास भी डिग्री, डिप्लोमा है हम उन्हें अप्रेंटिसशिप का अधिकार देने जा रहे हैं।
देश में बेरोजगारी, महंगाई और भागीदारी मुद्दा
पीएम मोदी पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि देश में कोविड आया तो कहते हैं थाली बजाओ। मोबाइल की टॉर्च जलाओ। देश भर से उस दौरान मजदूर घर लौट रहे थे। देश में 22 लोग हैं जिनके पास उतना ही धन है जितना 70 करोड़ देशवासियों के पास है। नरेंद्र मोदी 24 घंटे इन 22-25 लोगों की मदद करते रहते हैं। किसी भी प्रदेश में पूछा सबसे बड़े मुद्दे क्या हैं। वे कहेंगे बेरोजगारी, महंगाई और भागीदारी। मीडियो को आपने कभी आपने इनके बारे में बोलते सुना और देखा है। ये मोदी जी को दिखाते हैं कभी प्लेन में उड़ते हुए, कभी पूजा करते हुए।
एक ऐसा दिन आएगा जब में देश में जंगल नहीं होगा
संघ और भाजपा को लोग आपके धर्म पर, विचारधारा पर, भावनाओं और इतिहास पर आक्रमण करते हैं। भाजपा के लोग अडाणी जी जैसे उद्योगपतियों को जंगल की जमीन देते हैं। एक ऐसा दिन आएगा जब देश में जंगल नहीं होगा और भाजपा के लोग कहेंगे कि अब तक जंगल ही नहीं है आप कहा जाएंगे। वे चाहते हैं आपके बच्चे देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों में का न करें। हम चाहते हैं आपके बच्चों को शिक्षा मिले। कॉलेज यूनिवर्सिटी में जगह मिले।
वे आपको हिंदुस्तान का हकदार नहीं मानते
उन्होंने कहा कि जो लोग जल-जंगल-जमीन की लड़ाई करते थे वे आदिवासी हैं। जो आदिवासी कहते हैं वे आपके धर्म, आपकी भाषाओं, जीवनशैली, इतिहास का आदर करते हैं, उसकी रक्षा करते हैं। दूसरी तरफ जो आपको वनवासी कहते हैं वे आपको हिंदुस्तान का हकदार नहीं मानते। उनका कहना है कि आप जंगल के निवासी हो। आपको जंगल में ही रहना चाहिए, अधिकार नहीं मिलना चाहिए। वनवासी शब्द का मतलब अधिकार न मिले, भागीदारी न हो।
ये विचारधारा की लड़ाई है
राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ हम संविधान बचाने की लड़ रहे हैं। दूसरी तरफ नरेंद्र मोदी जी, अडाणी जी, आरएसएस जो संविधान और लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हैं। संविधान खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी जी ने आदिवासी शब्द बदलने की कोशिश की। हम आपको आदिवासी और भाजपा को लोग वनवासी कहते हैं।