बिलासपुर । विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ दावेदारों ने बगावत का रूख अख्तियार कर लिया है ।कई बगावती दावेदारों को दूसरे दलों ने हाथों-हाथ लिया है और सोची समझी रणनीति के तहत कांग्रेस भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया जा रहा है। बड़ा प्रश्न तो यह है कि लोग जोगी कांग्रेस में स्वयं जा रहे है या उन्हे सुनियोजित ढंग से भेजा जा रहा है ।बिलासपुर में तो कांग्रेस के ब्राम्हण प्रत्याशी शैलेष पाण्डेय को कुछ निर्दलीय ब्राम्हण  प्रत्याशी खड़ा करवाकर घेरने की कोशिश शुरू कर दी गई है।
कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के लिए बागी उम्मीदवार कहीं मुसीबत न बन जाए ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि पूरे जिले में बागी उम्मीदवारों की संख्या बढ़ते जा रही है इतना ही नहीं इन बागियों को दूसरी पार्टिया अपना उम्मीदवार बनाने की तैयारी में लग गए हैं ।
पहले हम बात करें मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र की जहां से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक दिलीप लहरिया को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दल राजधानी में राजीव भवन तक पहुंच गया है और वहां विरोध किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी की नेत्री मस्तूरी जनपद पंचायत की पूर्व अध्यक्ष तथा जिला पंचायत की सदस्य एवं रायगढ़ की पूर्व सांसद भाजपा नेत्री कमला देवी पाटले की सुपुत्री चांदनी भारद्वाज भारतीय जनता पार्टी से बगावत करके जोगी कांग्रेस में शामिल हो गई है। उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की उपेक्षा से त्रस्त होकर भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दिया है। भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ताओं और क्षेत्र की जनता की नहीं सुनी जाती बल्कि सारे फैसले दिल्ली से लिए जाते हैं ।कांग्रेस और भाजपा नेताओं से मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के नागरिक त्रस्त एवं दुखी हैं इसीलिए वे जोगी कांग्रेस के नेता अमित जोगी यदि उन्हें मस्तूरी से पार्टी का उम्मीदवार घोषित करते हैं तो वे जनता के बीच जाकर वोट मांगेंगे ।चांदनी भारद्वाज का यह कदम निश्चित ही भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी के लिए मुसीबत खड़ा कर सकती है। पिछले चुनाव की अगर बात करें तो मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी और जोगी कांग्रेस के बीच चुनावी गठबंधन हुआ था।तब बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को 59000 वोट प्राप्त हुए थे और कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप लहरिया तीसरे नंबर पर उतर गए थे। भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी की चुनाव में जीत हुई थी लेकिन इस बार बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बीच चुनावी गठबंधन हुआ है तथा यहां से बसपा उम्मीदवार के रूप में पामगढ़ के पूर्व विधायक तथा बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दाऊ राम रत्नाकर चुनाव लड़ रहे हैं। जाहिर है मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव अब रोचक हो चुका है ।आम आदमी पार्टी ने भी मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में दस्तक दे दिया है ।इस तरह अनुसूचित जाति के मतदाता किस पार्टी की तरफ जाते हैं यह देखने लायक होगी ।
इसी तरह चर्चित बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से जहां भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है और कांग्रेस ने पहली बार ब्राह्मण ,कुर्मी साहू, यादव वर्ग से प्रत्याशी देने के बजाय जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केसरवानी को प्रत्याशी घोषित किया है ।इसके विरोध में कई दावेदार खुलकर सामने आ गए हैं। ।सोमवार को यह स्पष्ट हो सकेगा की कांग्रेस का कौन-कौन दावेदार बागी बनकर निर्दलीय अथवा अन्य पार्टी से चुनाव लड़ेंगे ।इसके पहले भी बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की टिकट से वंचित दावेदारों द्वारा सु योजित ढंग से भीतर घात किए जाने के कारण कांग्रेस लगातार पिछले 25 वर्षों से चुनाव हार रही है ।
अब बात करें बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र की जहां से 25 वर्षों में पहली बार कांग्रेस ने पिछले चुनाव में सफलता पाई थी और भाजपा के कद्दावर नेता कहे जाने वाले पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को कांग्रेस के नए प्रत्याशी शैलेश पांडे ने 12000 वोटो से हराया था ।इस बार भी दोनों प्रत्याशी आमने-सामने हैं लेकिन सुयोजित ढंग से कांग्रेस के कुछ ब्राह्मण दावेदार निर्दलीय चुनाव लडऩे की बात कह रहे हैं । निर्दलीय प्रत्याशी के रूप चुनाव लडऩे की घोषणा करते हुए जनसंपर्क में लगे फिल्म अभिनेता जो ब्राम्हण हैं अब जोगी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और वह बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से जोगी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वही सीपत के पूर्व विधायक जिनकी पिछले चुनाव में अमर अग्रवाल को हराने में महती भूमिका थी उन्होंने भी बिलासपुर से निर्दलीय प्रत्याशी लडऩे की घोषणा की है इस तरह कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी शैलेश पांडे को चौतरफा घेरने की साजिश हो रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी से बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र में किसी भी भाजपाइयों ने टिकट नहीं मिलने की स्थिति में बागी रुख अपनाने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं ।
बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत लोरमी विधानसभा क्षेत्र में भी प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और प्रत्याशीअरुण साव और कांग्रेस प्रत्याशी थानेश्वर साहू पार्टी के बगावती लोगों से परेशान हैं। लोरमी में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सागर सिंह बैंस ने बाकायदा समर्थकों की बैठक लेकर निर्दलीय चुनाव लडऩे तथा पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया है ।इसी तरह बिल्हा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धरम लाल कौशिक के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व विधायक सियाराम कौशिक को अपना उम्मीदवार बनाया है इसके विरोध में पूर्व पराजित प्रत्याशी और कृषि उपज मंडी बिलासपुर के अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ल ने खुले तौर पर शुक्रवार को अपने समर्थकों की बैठक लेकर अपने निर्णय की घोषणा कर दी है ।सीधी सी बात है पिछले चुनाव में पराजित होने के बाद भी राजेंद्र शुक्ल ने इस बार भी टिकट की मांग की थी लेकिन उन्हें कृषि उपज मंडी समिति का अध्यक्ष बनाकर स्पष्ट संकेत दे दिया गया था कि उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया जाएगा ।इन बागियों पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी क्या निर्णय लेती है यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा ।या तो उन्हें समझाइए देकर चुनाव नहीं लडऩे के लिए तैयार किया जाएगा या फिर उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की कार्यवाही भी हो सकती है अथवा ऐसे बागी दावेदारों जिनसे चुनाव परिणाम प्रभावित होने की आशंका है उन सब को दूसरे जिलों में पार्टी के चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में भेजा जा सकता है।