रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग के बीच अब एक और खतरा मंडरा रहा है। रूस के कामचाटका प्रायद्वीप में शिवलुच ज्वालामुखी के फटने से राख का ढेर लगभग 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक नजर आया। इसे हवाई यातायात के लिए खतरा बताया जा रहा है।कामचाटका ज्वालामुखी विस्फोट प्रतिक्रिया टीम (केवीईआरटी) ने बताया कि ज्वालामुखी के फटने के बाद उड्डयन विभाग को चेतावनी जारी कर दी गई है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि ज्वालामुखी में 15 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्फोट कभी भी हो सकता है। इससे कम उड़ान वाले विमान और अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।

लोग यात्रा न करें

उस्ट-कामचत्स्की नगरपालिका क्षेत्र के अधिकारी ने स्कूलों को बंद करवा दिया था। साथ ही लोगों को अपने घरों में रहने के आदेश दिए। अधिकारी ने कहा कि विस्फोट के बाद धूआं 70 किलोमीटर दूर क्लाईची और कोजीरेवस्क के क्षेत्रों तक फैल गया है। इसलिए लोगों को अनावश्यक यात्रा करने से बचने को कहा गया है।