सावन का महिना अब समाप्त होने वाला है ऎसे में शुक्ल पक्ष का यह पड़ाव बेहद ही शुभदायी होगा. अब इस समय कुछ महत्वपूर्ण तिथियों का आगमन होगा. अब इस समय पर प्रदोष तिथि का आगमन 28 अगस्त के दिन होगा.

इसी दिन सावन का अंतिम सोमवार भी होगा ओर साथ ही सोम प्रदोष व्रत भी होगा. एक साथ इन दो महत्वपूर्ण योगों के साथ ही कुछ विशेष नक्षत्र ग्रह योग भी मिलने वाले है. इन योगों का शुभ फल पाने के लिए अभी से तैयारियां आरंभ कर देना उत्तम होगा. पूजा हेतु सभी सामग्री के साथ ही शुद्ध चित्त मन से भक्ति में रम कर हम इस दिन का लाभ उठा सकते हैं.

नाग पंचमी पर परिवार मे सुख एवं समृद्धि प्राप्ति करने का एक मात्र उत्तम दिन, घर बैठे कराएं पूजा नागवासुकि मंदिर, प्रयागराज - 21 अगस्त 2023

शुभ योगों में मनाया जाएगा प्रदोष
सावन का पवित्र महीना प्रदोष हेतु भी विशेष होता है. इस साल सावन में अधिक मास पड़ने के कारण यह महीना अधिक हो गया है अब ऎसे में हमें प्रदोष व्रत भी दो से अधिक मिले तथा अब आने वाली 28 तारिख को सावन का अम्तिम प्रदोष होगा. सावन का आखिरी प्रदोष व्रत 28 अगस्त सोमवार को है.इस दिन प्रदोष व्रत पर एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे हैं. ऐसे में शिव भक्तों को इससे दोहरा लाभ मिलेगा. आइए ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास से जानते हैं सावन के आखिरी प्रदोष व्रत का शुभ संयोग, शुभ मुहूर्त और महत्व.

सावन का आखिरी प्रदोष व्रत सोम प्रदोष व्रत होगा. इस दिन सावन के आखिरी सोमवार पर आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का शुभ संयोग बन रहा है. अब इन सभी शुभ योगों के कारण कई शुभ फल भी भक्तों को मिल पाएंगे. प्रदोष शिव पूजा सौभाग्य को एदेन वाली होती है. प्रदोष व्रत सभी प्रकार के दोषों को दूर करता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस समय पर यदि पूजा समय कुछ विशेष कार्य कर लिए जाएं तो मिल सकता है इसका पूरा फल

प्रदोष तिथि पूजा मुहूर्त
28 अगस्त को प्रदोष व्रत और सावन सोमवार व्रत किए जा सकेंगे. इन दोनों का फल भक्तों को मिलेगा. सावन के आखिरी प्रदोष और सोमवार के दिन रुद्राभिषेक करना फलदायी होगा. इस दिन आयुष्मान योग का समय प्रातः काल से प्रातः 09:56 तक रहने वाला है. सौभाग्य योग का फल सुबह 09 बजकर 56 मिनट से पूरी रात तक रहने वाला है. सर्वार्थ सिद्धि योग रात 02:43 बजे से सुबह 05:57 बजे तक रहने वाला है. रवि योग भी रात 02:43 बजे से सुबह 05:57 बजे तक रहने वाला है.