New liquor shops: प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग प्रदेशभर में शराब की 67 नई दुकानें खोलने जा रहा है। रायपुर जिले में भी शराब की नई सात दुकानें खोलने के लिए टेंडर भी जारी किए जा चुके हैं। आबकारी विभाग के अधिकारी इसके पीछे यह तर्क दे रहे हैं कि दुकानें ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में खोली जा रही हैं, जिसके लगभग 20-30 किलोमीटर क्षेत्र में शराब की एक भी दुकानें नहीं हैं।

अवैध शराब बिक्री के साथ मिलावटी शराब की भी बिक्री

उदाहरण के तौर पर कह सकते हैं कि (ए और बी के बीच) की दूरी कम करने के लिए दुकानें खोल रहे हैं। अफसरों का कहना है कि शराब दुकानें नहीं होने का फायदा शराब माफिया और कोचिया उठा रहे हैं। इस कारण इन क्षेत्रों में प्रदेश और दूसरे प्रांत की अवैध शराब बिक्री के साथ मिलावटी शराब की भी खूब बिक्री हो रही है।

ड्रॉय जोन में खुलेंगी शराब दुकानें रायपुर जिले में खुलने वाली सभी नई शराब दुकानें ड्रॉय जोन में होंगी। यह दुकानें ग्राम भैंसा, समोदा, टेमरी, खौली, पलोद, दोंदेखुर्द एवं नया रायपुर के सेक्टर-29 में खोली जाने वाली हैं। इन सभी स्थानों के आसपास करीब 20-20 किलोमीटर तक शराब की एक भी दुकान नहीं है, जिसके कारण इन क्षेत्रों में शराब की अवैध बिक्री भी जमकर हो रही है।

रामकृष्ण मिश्रा, उपायुक्त, आबकारी रायपुर: जिन सात जगहों पर शराब दुकानें खोली जा रही हैं, उसके आसपास कोई दुकान नहीं है। ड्रॉय जोन के कारण इनका चयन किया गया है। इससे अवैध शराब बिक्री पर रोक लगेगी।

महंगे दामों पर भी की जा रही शराब बिक्री

आबकारी विभाग के पास शराब की अवैध बिक्री रोकने के लिए पर्याप्त बल की कमी है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कार्रवाई के लिए रायपुर जिले में 58 बल ही स्वीकृत किए गए हैं, पर इनकी संख्या करीब 10 है। ऐसे में पर्याप्त बल नहीं होने की वजह से ज्यादा कार्रवाई भी नहीं कर पा रहे हैं।

वहीं, अवैध शराब बिक्री को रोकने के लिए आबकारी विभाग की कार्रवाई कारगार साबित नहीं हो पाई है। कुछ ही दिनों में शराब माफिया और कोचिया फिर सक्रिय हो जाते हैं। रायपुर के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी अवैध शराब धड़ल्ले से बिक रही है। रायपुर शहर में कई स्थानों पर देर रात तक शराब परोसी जा रही है। कई स्थानों पर एमआरपी से महंगे दामों पर भी शराब बिक्री की जा रही है।