जबलपुर ।   जबलपुर रेलवे स्टेशन पर एक के बाद एक सायरन बजने लगे। स्टेशन पर मौजूद यात्री और रेल कर्मचारियों में भगदड़ का माहौल बन गया। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या है। रेलवे कंट्रोल को खबर पहुंची कि भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन की साइडिंग पर दो ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आ गई हैं। दुर्घटना में एक ट्रेन के कोच पर दूसरी ट्रेन की कोच चढ़ गए हैं , जिसमें गंभीर रूप से यात्री घायल हुए।

अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची

इधर खबर लगते ही मौके पर राहत रिलीफ ट्रेन के साथ अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची गई।दरअसल रेलवे ने एनडीआरएफ, एसएनटी, आइएसओडब्लू के साथ मॉक ड्रिल की, जिसमें रेलवे बड़ी ही सजकता से दुर्घटना के बाद यात्रियों की मदद से जुड़े सभी कामों को तय समय में किया। इस दौरान रेलवे के सभी विभागों की टीमों ने मॉक ड्रिल के जरिए आपात स्थिति से निपटने के लिए अभ्यास किया।

मॉकड्रिल से तैयारी का जायजा

रेल दुर्घटना को रोकने के लिए रेलवे लगातार प्रयास कर रहा है। बावजूद इसके दुर्घटना के बाद वह यात्रियों की किस तरह से मदद कर सके, इसकी रिहर्सल करने के लिए गुरुवार देर रात भेड़ाघाट में मॉक ड्रिल हुई। रेलवे ने बताया कि इस दुर्घटना में 5 की मौत और 18 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए। रेलवे द्वारा सहायता राशि देने की घोषणा भी की गई।

अधिकारियों की सजकता पर डीआरएम ने बधाई दी

रेलवे सायरन बजने के कुछ देर बाद यात्रियों व अन्य लोगों मालूम चला कि रेलवे के द्वारा आपातकाल से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया है। तब कहीं जाकर यात्रियों ने राहत भरी सांस ली। गौरतलब है कि जबलपुर रेल मंडल दुर्घटना के दौरान यात्रियों की मदद करने से जुड़ी तैयारी का जायजा लेने मॉक ड्रिल करती है, इसके पूर्व गोसलपुर में भी मौजूद की गई थी।

मौके पर अधिकारी रहे मौजूद

माकड्रिल में डीआरएम विवेक शील, एडीआरएम प्रदीप कुमार, रेलवे चिकित्सा अधिकारी आर के मिश्रा, आरपीएफ कमांडेंट अरुण त्रिपाठी, जीआरपी थाना प्रभारी शशि धुर्वे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।