शाहपुर(हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा। ग्राम पंचायत भयावाड़ी में जिस स्तर पर भ्रष्टाचार चल रहा है, उसमें कथित भाजपा मंडल उपाध्यक्ष की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे है और आरोप तो यह लग रहे है कि पंचायत की मलाई में इनकी भी हिस्सेदारी है, इसलिए सरपंच, सचिव के खिलाफ जिस तरह की जांच व कार्रवाई होना चाहिए वह नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों का तो खुला आरोप है कि सरपंच, सचिव द्वारा 15 वें वित्त की राशि की बंदरबांट की जा रही है और इसकी पूरी जानकारी पंचायत इंस्पेक्टर और जनपद सीईओ को भी है। बड़े मोहल्ले में 15 वें वित्त की राशि रेवाराम के घर से बिस्सू के घर तक जो 100 मीटर सीसी रोड 3 लाख रूपए की लागत से बनाई जा रही है। उसके निर्माण को लेकर तमाम तरह के तकनीकी सवाल उठ रहे है। 
15 वें वित्त के सडक़ निर्माण के जो नियम है उनको ताक पर रखकर इस सडक़ का निर्माण किया जा रहा है। नियमों के जानकारों का दावा है कि 15 वें वित्त में पहले गांव के अंदर आबादी क्षेत्र में सडक़ें बनना चाहिए। इसके बाद जब इस तरह की सडक़ बनकर कम्पलीट हो जाए तब अन्य तरह की सडक़ें बनाई जाना चाहिए, लेकिन यहां पर 15 वें वित्त की राशि का उपयोग कर गांव को जोडऩे वाली सडक़ का निर्माण किया जा रहा है। जिस स्थान पर 3 लाख रूपए की लागत से 100 मीटर सीसी रोड बनाई जा रही है। वहां पर आबादी के नाम कुछ है ही नहीं, एक दो मकान बने हुए है। जबकि इसी गांव में आबादी वाले क्षेत्र आजाद मोहल्ला में सडक़ों की हालत खराब हो चुकी है, लेकिन उन्हें नहीं बनाया जा रहा है। 
मजदूरों का हक मारकर चलाई जा रही मशीन
ग्रामीणों को रोजगार मिले इसका ध्यान नहीं रखा जा रहा है। यहां पर क्यूरी मशीन चलाई जा रही है, जिसकी वजह से मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। इस संबंध में सब इंजीनियर इरपाचे का कहना है कि काम जल्दी पूरा कराना है, इसलिए मशीन लगाई गई है। वहीं एई यह भूल रहे है कि क्यूरी मशीन मटेरियल उठाने और स्पॉट पर डालने का काम करती है, इसलिए पर्याप्त संख्या में मजदूरों को काम नहीं मिलता।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 08 मार्च 2024