बैतूल(हेडलाइन)/ नवल वर्मा । बैतूल नगरपालिका क्षेत्र में निर्माण कार्यो को रफ्तार नहीं मिल रही है। काम फाईलों से बाहर ही नहीं निकल पा रहे है। विभिन्न वार्डो में मूलभूत जरूरत वाले काम भी पेडिंग जैसी स्थिति में चल रहे है। इसका बड़ा कारण यह है कि  नगरपालिका बैतूल में जो तकनीकी अमला है वह अज्ञात कारणों से निर्माण कार्यो को रफ्तार नहीं देना चाहता, फाईलों को अलग-अलग तरीके से अटकाने और उलझाने में विश्वास रखता है। नगरपालिका के एई नीरज धुर्वे की इस मानसिकता का एक नायब नमूना सामने आया है।  जिसमें वे एक निर्माण कार्य की टीएस उन्होंने एक वर्ष में भी नहीं दी है, जबकि उक्त टीएस के पहले की तमाम खानापूर्ति हो चुकी है। सीएमओ से लेकर ईई तक ने उस निर्माण कार्य की फाईल पर अपनी चिडिय़ा बैैठाकर अपनी स्वीकृति भी दे दी है, लेकिन इसके बावजूद भी एई नीरज धुर्वे उस फाईल को ऐसा दबाकर बैठे है कि उसकी टीएस उन्हें देना ही नहीं, क्योंकि शायद उन्हें ऐसा लगता होगा कि उक्त निर्माण कार्य में उनकी जेब से ही पैसा लगनेे वाला है।  खैर जो भी हो लेकिन यह सब होना बता रहा है कि नगरपालिका क्षेत्र में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और इसके लिए नगरपालिका की नौकरशाही जिम्मेदार है।

- सब इंजीनियर की भेजी फाईल पर 5 महीने तक दबाकर बैठे रहे एई साहब...
पटेल वार्ड के पार्षद ने अपने वार्ड में नाली निर्माण के लिए पत्र बनाकर नगरपालिका में 3 जनवरी 2022 को दिया। सब इंजीनियर ने 6 जनवरी 2022 को उक्त पत्र के आधार पर इस्टीमेट बनाकर कार्य एवं व्यय की स्वीकृति के लिए सहायक यंत्री नीरज धुर्वे के पास फाईल भेज दी। सहायक यंत्री नीरज धुर्वे इस फाईल को 5 महीने तक अपने पास टेबल पर रखे रहे और किसी तरह की कोई कार्रवाई ही नहीं की।

- तीन अफसरों ने एक दिन में खानापूर्ति की पर एई ने फिर फाईल अटका दी...
एई नीरज धुर्वे ने लगभग 5 महीने बाद इस फाईल को कार्यपालन यंत्री महेश अग्रवाल के पास भेज दी। महेश अग्रवाल ने 26 मई 2022 को ही सीएमओ को अपनी टीप के साथ अनुमोदन के लिए फाईल भेज दी। सीएमओ ने भी 26 मई 2022 को ही अपनी टीप के साथ कमीपूर्ति के लिए फाईल वापस एई नीरज धुर्वे के पास भेजी। 26 मई 2022 को ही सब इंजीनियर ने खानापूर्ति कर फाईल एई नीरज धुर्वे को आदेशार्थ के लिए प्रस्तुत कर दी।

- फिर 5 माह बाद सहायक यंत्री धुर्वे को उक्त फाईल की याद आई...
एई ने उक्त फाईल पर नियम अनुसार कोई कार्रवाई की न ही प्रक्रिया की,उसे दबाकर बैठे रहे। फिर अचानक उन्हें पटेल वार्ड की नाली की याद आई तो उन्होंने फाईल वापस निकाली और 14 अक्टूबर को यह फाईल वापस कार्यपालन यंत्री महेश अग्रवाल की ओर अग्रिम कार्रवाई के लिए बढ़ा दी।
फिर एक ही दिन में दो अफसरों ने अपनी खानापूर्ति कर फाईल भेज दी
एई नीरज धुर्वे द्वारा जैसे ही कार्यपालन यंत्री महेश अग्रवाल को फाईल भेजी तो उन्होंने अपनी टीप के साथ अनुमोदन के लिए फाईल सीएमओ अक्षत बुंदेला को तत्काल भेज दी। सीएमओ अक्षत बुंदेला ने भी 14 अक्टूबर 2022 को ही अपनी टीप अंकित कर स्वीकृत कर फाईल एई के पास टीएस के लिए भेजी।

- फिर भी 3 माह बाद पटेल वार्ड की नाली को नहीं मिल पा रही तकनीकी स्वीकृति...                     
तमाम खानापूर्ति होने में एई नीरज धुर्वे के कारण फाईल में एक वर्ष का समय लग गया, लेकिन इसके बाद भी हालत यह है कि सीएमओ द्वारा स्वीकृत फाईल पर तकनीकी स्वीकृति ही अज्ञात कारणों से एई नीरज धुर्वे देना नहीं चाह रहे है, अब ऐसा क्यों है यह जांच का विषय है।

- इनका कहना...
पटेल वार्ड की जिस फाईल की आप बात कर रहे हैं वह कल दिखवाता हूं।
- नीरज धुर्वे,सहायक यंत्री, नगरपालिका बैतूल।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल, 17 जनवरी 2023