बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । भीमपुर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है लेकिन यहां  के सहकारी सेक्टर में पाटनकर जैसे मास्टर माईंड हरिराम चमत्कार पर चमत्कार दिखा रहे हैं। नतीजा यह है कि जो राशन गरीबों के घर में जाना चाहिए वह व्यापारियों के गोदाम में पहुंच रहा! टीम हरिराम का यह खेल इतना सधा हुआ है कि इस गोलमाल के खिलाफ गरीब आदिवासी आवाज भी नहीं उठा पाते।  बताया गया कि इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी मास्टर माईंड हरिराम के जादू से प्रभावित हैं इसलिए वे भी इसकी पोल नहीं खोलते है?  जो भी हो, लेकिन पहले ऑफलाईन में राशन में जो गड़बड़ी होती थी वह समझ आती थी, लेकिन अब ऑनलाईन में भी गोलमाल होने के आरोप लग रहे हैं जो गहन जांच का विषय है? लोगों का कहना है कि जांच होना नितांत आवश्यक है? अन्यथा शासन की मंशाअनुरूप गरीबों तक राशन नहीं पहुंचेगा!

- महीने के आखरी में राशन बांटने का होता है चोचला...
चांदू सेक्टर के गरीब हितग्राहियों का कहना है कि उनके क्षेत्र की सरकारी राशन दुकानों पर महीने के आखरी में ही राशन बांटने का चोचला होता है! इसमें उन लोगों तक राशन ही नहीं पहुंच पाता और आखरी में कह दिया जाता है कि राशन खत्म हो गया? ऐसे में बहुत से उपभोक्ता वंचित रह जाते है!

- चांदू सेक्टर में मास्टर माईंड का खुला भाई-भतीजावाद...
चांदू सेक्टर की इन राशन दुकानों में मास्टर माईंड हरिराम के रिश्तेदारों का ही एक तरह से कब्जा है? कुछ दुकानों में रिश्तेदार है तो कुछ दुकानों में इसके पट्ठे बैठे है! इसलिए राशन की कालाबाजारी वर्षो से चली आ रही है? इस क्षेत्र में टीम हरिराम का मायाजाल गजब है!

- खाद्य आपूर्ति विभाग को जैसे कोई लेना देना ही नहीं...
चांदू सेक्टर में राशन दुकानों में जांच को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और उसके जिम्मेदार कोई रूचि नहीं लेते है? ऐसा कहा जाता है कि एक रूपये किलो का गेंहू 10 रूपये किलो में ब्लेक में बिक रहा है! कैसे बिक रहा है? कहां से बिक रहा है? इसकी पूरी जानकारी खाद्य आपूर्ति विभाग को भी है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 19 जनवरी 2023