बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । बैतूल-इंदौर फोरलेन बना रही बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी अभी तक अवैध उत्खनन के लिए कुख्यात रही है, लेकिन वह अब किसानों के खेतों में घुसकर उनकी फसल तहस-नहस कर रही है, उनके कुएं और बोरवेल नष्ट कर रही है, जबकि किसानों का कहना है कि भू-अर्जन के अनुसार उन्हें पूरा मुआवजा भी नहीं मिला है। बंसल कंपनी ने बैतूल से लेकर चिचोली तक किसानों में आतंक फैला दिया है। कंपनी द्वारा की जा रही इस आतंक पूर्ण कार्रवाई को लेकर पीडि़त किसानों की ओर से न तो विधायक बोलते है और न ही सांसद कुछ बोल रहे है। ऐसे में किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। ताजा मामला पटवारी हल्का नंबर 31 ग्राम दनोरा का है। जहां पर श्रीपत पिता दीनाजी गाड़वे नामक किसान के खेत में घुसकर बंसल कंपनी ने शनिवार रात को तांडव मचा दिया। उनकी खड़ी फसल तबाह कर दी और उनका बोरवेल भी नष्ट कर दिया है जिसमें उन्हें करीब एक लाख रूपये का नुकसान होना बताया जा रहा है। मामले को लेकर उन्होंने कोतवाली थाने और तहसीलदार को भी सूचना दे दी है। 

- रात के अंधेरे में पोकलेन जेसीबी लेकर टूट पड़े...
दनोरा के किसानों ने बताया कि पटवारी हल्का नंबर 31 में खसरा नं 124/1 में रात के समय बंसल कंपनी जेसीबी और पोकलेन लेकर घुसी। करीब एक घंटे के अंदर ही पूरा खेत तहस-नहस कर दिया। जब तक किसान पहुंचता तब तक कंपनी अपना तांडव मचाकर जा चुकी थी। 

- उखाड़ फेंके विद्युतिकरण के पोल और तार...
कंपनी द्वारा की गई इस आतंकपूर्ण कार्रवाई को लेकर क्षेत्र के किसानों ने मिलकर एक पंचनामा बनाया है। इस पंचनामे में बताया गया कि किस तरह से कंपनी ने राजीव गांधी विद्युतिकरण योजना के पोल और तार उखाड़कर फेंक दिए। जिसके अधिग्रहण की कोई जानकारी किसी के पास नहीं है।

- किसानों ने मिलकर बनाया नुकसान का पंचनामा...
पंचनामे के अनुसार पटवारी हल्का नंबर 31 के खसरा नं 124/1 में मनोज पिता श्रीपत राव दीनाजी गाड़वे के खेत में बंसल कंपनी ने यह तांडव किया है। जिसमें खड़ी फसल बर्बाद करने के साथ-साथ पोकलेन मशीन से टयूबवेल भी नष्ट कर दिया है। ट्यूबवेल के अंदर 200 मीटर केबल, सवा दौ सो फीट पाईप, 250 फीट रस्सी, गेहूं की फसल, बैंड, क्लेम सब मिलाकर लगभग 87 हजार का नुकसान होना सामने आ रहा है। कृषक श्री गाड़वे का कहना है कि अभी उन्हें भू-अर्जन का पूरा मुआवजा भी नहीं मिला है। इसके बावजूद उनके खेत में कंपनी घुस गई और सबकुछ तबाह कर दिया है। इस मामले में आसपास के किसानों में भी नाराजगी है।
नवल वर्मा बैतूल हेडलाइन, 22 जनवरी 2023