शाहपुर /बैतूल(हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा / नवल वर्मा ।शाहपुर विकासखण्ड के चोपना क्षेत्र में अवैध कोल माईंस बंद नहीं हो रही है। पुलिस प्रशासन एक जगह बंद कराता है तो दूसरी जगह शुरू हो जाता है? अभी हाल ही में शाहपुर थाना प्रभारी इरफान कुरैशी ने मुखबिर की सूचना पर दौड़ी मरदानपुर में कोयले से भरी ट्रेक्टर ट्राली पकड़ी, इससे यह सामने आया कि क्षेत्र के कोल माफिया ने दौड़ी  कुसमेरी क्षेत्र में अवैध कोल खनन शुरू कर दिया है और नई खदानें खोल ली है! इस खनन माफिया को लेकर कहा जा रहा है कि इसे राजस्व और खनिज विभाग का अघोषित रूप से संरक्षण हासिल है।  यही कारण है कि इतने बेखौफ होकर कोयले का अवेैध उत्खनन करवा रहे है। शाहपुर क्षेत्र में तवा किनारे का पूरा बेल्ट अवैध कोयल खनन के लिए ही जाना जाता है। कुछ समय पहले डुल्हारा में अवैध कोयल खनन होता था, लेकिन प्रशासन ने वहां बंद कराया तो अब दौड़ी कुसमेरी क्षेत्र में यह खनन जोरों पर चल रहा है और इसमें शाहपुर के कुछ सफेद पोश राजनेता भी शामिल है।

- गरीब आदिवासी मजदूरों की जान डाली जाती है जोखिम में...
इस अवैध कोल खनन में एक्सीवेटर मशीन का उपयोग तो किया जाता था, लेकिन बड़े पैमाने पर गरीब आदिवासी मजदूरों का उपयोग किया जाता है। बहुत सस्ती दर पर इनसे अवैध कोयल खनन करवाया जाता है? अंडर ग्राउंड खदान में जहां सांस लेना भी मुश्किल होता है वहां पर उनसे अवैध खनन करवाया जाता है जिसकी वजह से हमेशा जानलेवा हादसे का डर रहता है! पूर्व में हादसे हो भी चुके है।

- कुसमेरी के थ्रेसर पर ट्रेक्टर ट्राली से जमा किया जाता है कोयला...
क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि तवा नदी के किनारे दौड़ी में गहरी लंबी सुुरंगे बनाकर कोयले का अवैध उत्खनन किया जाता है फिर वहां से ट्रेक्टर ट्राली में कोयला भरकर कुसमेरी के थ्रेसर लाया जाता। यहां से ट्रक में भरकर कोयला भरकर जिले के बाहर भेजा जाता है। यहां पर हो रहे अवैध कोयला खनन की जानकारी पटवारी और आरआई के माध्यम से राजस्व के तमाम अधिकारियों को भी अच्छी तरह से है।

- दौड़ी मरदानपुर में पहले कोयले से भरा ट्रक और अब ट्राली पकड़ाई...
मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी शाहपुर इरफान कुरैशी ने दौड़ी मरदानपुर में कोयले से भरी ट्रेक्टर ट्राली पकड़ी जिसमें 4 टन अवैध कोयला पाया गया। गौण खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई, वहीं कुछ समय पहले ही इसी क्षेत्र में कोयले से भरा हुआ एक ट्रक भी पकड़ाया था। इससे साबित होता है कि इस क्षेत्र में माफिया जोर शोर से कोयले का अवैध खनन करने में जुटा हुआ है।

- तवा किनारे का कोयला जी-5, जी-6 क्वालिटी का बताया जा रहा...
बताया गया कि तवा किनारे जो कोयला निकलता है उसकी क्वालिटी जी-5, जी-6 स्तर की होती है। एक्सपर्ट का कहना है कि इस क्वालिटी का कोयला पूरे नागपुर डिवीजन में केवल तवा किनारे पाया जाता है। वेस्टर्न कोल फिल्ड नागपुर के सूत्रों ने बताया कि तवा-2 खदान से निकलने वाला कोयला सबसे महंगा बिकता है, उसका कारण ही इसकी क्वालिटी बेहतर होना है और जो तवा किनारे अवैध खनन से कोयला निकलता है वह भी इसी क्वालिटी का है और बहुत महंगा बिकता है। बताया गया कि इंदौर आदि औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में इस कोयले की बहुत ज्यादा डिमांड है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल , 10 फ़रवरी 2023