शाहपुर (हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा। अवैध खनन माफियाओं के लिए घोड़ाडोंगरी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले शाहपुर घोड़ाडोंगरी ब्लाक सबसे सेफ जोन है? इसलिए खनन माफियाओं का जाल इन दिनों ग्रामीण अंचलों में फैलता जा रहा है! खनन माफिया दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं! साथ ही शासकीय अमले को भी खुश कर अपने अवैध कारोबार को विशाल रुप में संचालित कर रहे है? सबसे बड़ी बात तो यह है कि ग्रामीण अंचलों में बाहरी खनन माफिया आकर ग्रामीणों को धौंस धपट कर कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं! वहीं डरे सहमे आदिवासी समाज के लोग डर के मारे शिकायत करने में डर रहे हैं? रेत माफिया नदियों से दिन भर दर्जनों टैक्टर ट्रालियों से रेत डंप कराकर रात्रि में डंफरो में जेसीबी मशीन से भरकर सप्लाई कर रहे हैं। शाहपुर ब्लाक के धामन्या में बीति
रात्रि रेत माफियों ने डंपरों में जेसीबी से रेत भरकर निकालने की चर्चा जोर शोर पर है और डंफर चूनाहजुरी और इस पास के होने की भी चर्चा है।

- चोपना क्षेत्र में विधायक प्रतिनिधि का पुत्र छोटू बंगाली कर रहा रेत का अवैध कारोबार...
चोपना क्षेत्र में घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र के चोपना के विधायक प्रतिनिधि का पुत्र छोटू बंगाली जो इन दिनों अवैध रेत खनन को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में  छाया हुआ हैं! सूत्रों ने दावा किया है कि छोटू बंगाली द्वारा कुछ बाहरी लोगों के साथ मिलकर अवैध उत्खनन के लिए अपनी टीम बना रखी है? जो रात दिन नदियों के सीने को छलनी करने में लगे हुए हैं! इन रेत कारोबारियो द्वारा पहाड़पुर , बादलपुर, सीवनपाठ, डुलारा, डेहरीआमढ़ाना, फुलवरिया, शिवसागर सहित  वन विभाग कारपोरेशन के अंतर्गत आने वाले नदी नालों से रेत निकालकर वन भूमि व राजस्व की भूमि पर डंप कर रात्रि में डंफरो से रेत सप्लाई की जा रही है! सूत्रों ने दावा किया कि कहीं न कहीं इस छोटू बंगाली को कुछ सफेदपोश नेताओं का हाथ तो है सिर्फ औपचारिकता के लिए शिकायत कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं? वरना शिकायती पत्र के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा रेत माफियाओं पर कार्यवाही न करना कई  तरह के सवालियां निशान खड़े कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि माफियाओं द्वारा माइनिंग विभाग में भी अपनी तगड़ी पैठ बना रखी है जब भी माइनिंग विभाग का अमला जिले से हिलता है तो इसकी सूचना इन माफियाओं को पहले ही मिल जाती है? जिससे नदी नालों से अपने वाहनों को निकाल कर ठिकाने लगा दिया जाए और माइनिंग विभाग अपनी परिक्रमा पूरी कर बैरंग लौट कर अपनी प्रतिक्रिया देता है कि हमारे द्वारा रात्रि में या दिन में नदियों नालों में अवैध उत्खनन वाले स्थानों पर निरीक्षण किया गया मौके पर ऐसा कुछ नहीं मिला? एक ओर जहां प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान अवैध माफियाओं पर नकेल कसने का ढिंढोरा पीट रहे हैं वहीं विभागीय अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री के मंसूबों पर लगातार पानी फेरते नजर आ रहे हैं। जिसका उदाहरण आज तक बैतूल जिले में अवैध रेत माफिया, कोल माफिया पर किसी भी प्रकार की कोई बड़ी कार्यवाही अधिकारियों द्वारा नहीं की गई है वहीं कार्यवाही के नाम पर इक्का दुक्का ट्रेक्टर ट्रालियों पर कार्यवाही कर औपचारिकता निभाते हुए बड़े मगरमच्छों को मैदान में खुला छोड़ रखा है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 फ़रवरी 2023