शाहपुर (हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा। जनपद पंचायत शाहपुर द्वारा लाखों की लागत से 18 दुकानों का निर्माण कार्य कराकर कांप्लेक्स तैयार कराया था। उक्त कांप्लेक्स में निर्मित दुकानों को नीलामी करके आवंटित किया जाना था, जिससे बेरोजगार युवकों को रोजगार के लिए स्थान मिल सके, वहीं शासन को भी आय हो लेकिन जनपद पंचायत के अधिकारियों की लापरवाही के चलते जनपद पंचायत कांप्लेक्स की अठ्ठारह दुकानें बर्षो से शोपीस बनी अपनी कहानी खुद बयां कर रही है। शासन के लाखों रुपए निर्माण कार्य में लगाने के बावजूद आज तक उक्त दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया जनपद पंचायत के अधिकारियों द्वारा आज तक संपन्न नहीं कराये जाने को लेकर लोगों का तर्क यह सामने आ रहा है कि अधिकारियों ने अपनी मोटी कमाई के चलते शासन के लाखों रुपए दुकानों के निर्माण कार्य में लगाकर इतिश्री कर ली है तब ही तो उक्त दुकानों को कंप्लीट होने के पांच साल से अधिक का समय होने के बावजूद भी दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया में अधिकारियों की कोई रूचि नहीं दिखाई दे रही है। अगर जनपद पंचायत द्वारा उक्त दुकानों की नीलामी समय पर की जा चुकी होती तो आज अठ्ठारह लोगों को रोजगार मिल जाता और वहीं शासन को दुकानों से आय शुरू हो जाती। 
जनपद पंचायत शाहपुर में पदस्थ अधिकारियों की लापरवाह कार्यप्रणाली का खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है वहीं जनपद पंचायत के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाह कार्यप्रणाली को लेकर दोनों ही राजनीतिक दलों ने चुप्पी साध रखी है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 फ़रवरी 2023