बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। आठनेर में महिला जनप्रतिनिधियों को जिस तरह से क्रास वोटिंग का आरोप लगाकर पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाया गया, उससे समाज विशेष के अंदर बवाल मचा हुआ है? यह बवाल सिर्फ आठनेर क्षेत्र में नहीं है बल्कि उसकी हवा बैतूल और आसपास के कुन्बी बाहुल्य गांवों में भी देखी जा रही है! कुन्बी समाज में इस बात को लेकर नाराजगी देखी जा रही है कि जिस बात का कोई सबूत ही नहीं है उस बात को लेकर उनके समाज की दो सम्मानित महिलाओं तुच्छ राजनीति के चक्कर में अपमानित किया जा रहा है प्रताडि़त किया जा रहा है?
जिस ढंग से माहौल गरमा रहा है उससे आने वाले चुनाव में बैतूल विधानसभा में कांग्रेस के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है! इन पार्षदों को पहले भी आरोप लगाए गए थे तबसे इनका कांग्रेस के प्रति ही मोह भंग होने लगा था। बताया गया कि बिना सबूत पर इन पर पहले आरोप लगाए गए और अब इन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया है! बताया जा रहा है कि कुन्बी समाज में स्पष्ट रूप से मैसेज चल रहा है कि कांग्रेस के अंदर बैतूल विधानसभा में कुन्बी समाज को लेकर अच्छी स्थिति नहीं है? इसलिए समाज के हेमंत वागद्रे को भी जिलाध्यक्ष बनने में कई तरह के पेंच लगाए गए और अंत में बंटवारा करा दिया गया! 

- क्या पार्षद ने खुद से दगाबाजी कर ली...                               
राठौर समाज की जिस प्रियंका राठौर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया उन्होंने खुद भी उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ा है और आश्चर्यजनक बात है कि उन्हें भी दो वोट मिले थे! इससे स्पष्ट होता है कि पार्षदों को पार्टी से बाहर निकालने का फैसला है वह बिना पड़ताल के है और बिना सबूत के है? इससे राठौर समाज में भी कहीं न कहीं खलबली है।

- इधर डब्बू जैन का खूब चल रहा उदाहरण...                                  
वहाँ इस कार्रवाई के बाद इधर कृष्णपुरा वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लडऩे वाले किशोर डब्बू जैन का मामला भी फिर सूर्खियों में आ गया है! लल्ली वर्मा अपना दुख लोगों को सुनाते घूम रहे है कि मेरे साथ में भी दगाबाजी हुई और उसे मंडलम सेक्टर प्रभारी बना दिया?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 17 फ़रवरी 2023