बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। पुलिस विभाग बैतूल में पुलिसकर्मियों के लिए आरक्षित आवास का आवंटन लिपिक वर्ग को किए जाने पर खासे सवाल उठ रहे हैं ? जबसे यह बात सामने आई है कि तीन लिपिक वर्ग के कर्मचारियों से आवास खाली करवाने के लिए पुलिस विभाग को एसडीएम की मदद लेनी पड़ रही है तबसे पूरे विभाग में खासी हलचल मची हुई है! हलचल इतनी मची हुई है कि अब यह सामने आ रहा है कि और कौन-कौन लिपिक है जो इस तरह से एनजीओ आवास में नियम विरूद्ध तरीके से रह रहे हैं? बताया जा रहा है कि पुलिस विभाग में आवास आवंटन के लिए पूरी प्रक्रिया और नियम कायदे है! इसके बावजूद यदि इस तरह से पुलिसकर्मियों की जगह लिपिक वर्ग को आवास आवंटित किए गए हैं इस पर कई तरह के सवाल है? कहा तो यह भी जा रहा है कि एसडीएम के यहां से नोटिस जारी होने के बावजूद भी किसी का कोई आवास रिक्त नहीं कराया जाएगा! यह केवल एक खानाापूर्ति की प्रक्रिया है? यदि ऐसा नहीं होता तो 2019 के पहले के जिन लिपिक को आवास आवंटित किए गए थे उनसे भी आवास खाली कराने के लिए प्रक्रिया होती है, लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और इसलिए तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे है?

- 2012 के आवंटन में क्यों नहीं नोटिस...
2019 के एनजीओ आवास को लेकर तीन लिपिक को नोटिस दिए गए हैं तब सवाल यह उठ रहे है कि 2012 से एनजीओ टाईप आवास में रहने वाली दुर्गा मरकाम, लता पाटिल, दीपक श्रीवास्तव, श्यामचरण द्विवेदी को नोटिस क्यों नहीं दिए गए?

- निजी घर वाले भी सरकारी आवास में...
2012 से जो एनजीओ टाईप सरकारी आवास में रह रहे है उनमें से एक लिपिक को लेकर बताया गया कि उनके टिकारी क्षेत्र में तीन-तीन निजी मकान है। इसके बावजूद उक्त लिपिक को आवास आवंटन ही अपने आप में बड़ा सवाल है?

- आवास आवंटन में वरीयता का ध्यान नहीं...
पुलिस लाईन स्थित सरकारी आवासों में जो आरक्षक स्तर या प्रधान आरक्षक स्तर पर आवास आवंटन किया गया उसमें भी वरिष्ठता या वरीयता को ध्यान में नहीं रखे जाने की बात सामने आ रही है! कहा जा रहा है कि यदि जांच हो जाए तो सब सामने आ जाएगा? 

- मन्नासे के हाथ में है आवास का पूरा खेल...
एसपी ऑफिस में लिपिक मन्नासे है उसको लेकर बताया गया कि वह बहुत टैलेंटेड चूंकि उसने खुद अवैध तरीके से आवास आवंटित करा रखा है, इसलिए वह किसी और लिपिक के आवास आवंटन पर आपत्ति लेता है और न ही कुछ बोलता है?

- एसपी को पैनल रेंट से वसूल करवाना चाहिए किराया...
अवैध रूप से सरकारी आवास पर कब्जा करके रह रहे पुलिसकर्मी हो या लिपिक हो इनसे एसपी को पैनल रेंट से किराया वसूल करवाना चाहिए, यह एसपी की नैतिक जवाबदेही है क्योंकि यह शासन के राजस्व से जुड़ा मामला है?

- कुमरे माखन नगर टीआई बन गए पर गंज टीआई वाला आवास खाली नहीं किया...
गंज थाने में पदस्थ रहे अतिविवादित टीआई प्रवीण कुमरे का बैतूल से तबादला हुए करीब डेढ़ वर्ष से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक गंज थाना प्रभारी के समय आवंटित एसडीओपी बैतूल के आवास के बगल वाला अपना सरकारी आवास खाली नहीं किया है! कायदे से अब प्रवीण कुमरे से पैनल रेंट के हिसाब से किराया वसूली होना चाहिए और आवास खाली कराना चाहिए?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 25 फ़रवरी 2023