बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जीआरएस की हड़ताल तो खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में मनरेगा के काम तो प्रभावित हो ही रहे है, लेकिन भीमपुर जनपद पंचायत में करीब एक दर्जन ऐसी पंचायतें है जहां जीआरएस ही सचिव की भूमिका में है। वहां पर सचिव से जुड़े हुए छोटे-बड़े सभी काम ठप पड़ गए है।  जिन कामों में आम हितग्राही को सचिव की जरूरत होती है उन कामों के लिए सचिव उपलब्ध नहीं हो रहे है और हितग्राही यहां-वहां भटक रहे है। इस स्थिति से जनपद सीईओ से लेकर जिला पंचायत सीईओ तक अच्छी तरह परिचित है, लेकिन इसके बावजूद हड़ताली जीआरएस और प्रभारी सचिव का कोई विकल्प नहीं ढूंढा गया है। हड़ताल को एक माह से ज्यादा समय से चली आ रही है, इसके बावजूद इन पंचायतों की स्थिति को लेकर किसी को कोई तनाव नहीं है।

- इन पंचायतों में जीआरएस ही सचिव की भूमिका निभा रहे है...              
जनपद पंचायत भीमपुर में ग्राम पंचायत जामू, केकडय़ाकला, ऊती, खैरा, पालंगा, झाकस, मोहटा, बटकी, बेला, रंभा, गुरूवा पंचायत में ग्राम रोजगार सहायक ही लंबे समय से पंचायत सचिव की भूमिका में है। इस तरह से यह दोहरी भूमिका में है।

- मनरेगा सहित हितग्राही मूलक कामों पर भी पड़ रहा है सीधा असर...
जहां पर ग्राम रोजगार सहायक के पास में पंचायत सचिव का भी प्रभार है, वहां पर मनरेगा का काम पूरी तरह से ठप पड़ा है। क्योंकि वहां कोई विकल्प ही नहीं है। इसके अलावा लाड़ली बहना, संबल, जन्म-मृत्यु जैसे हितग्राही मूलक काम भी ठप है।

- नियम से सात दिन से ज्यादा खाली नहीं रहना चाहिए पद...
प्रशासकीय व्यवस्था में इस तरह के पद सात दिन से अधिक समय तक पद खाली नहीं रहना चाहिए। कोई न कोई अतिरिक्त व्यवस्था बनानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। यह एक गंभीर प्रशासनिक लापरवाही की श्रेणी में आता है।

- किसी को कोई मतलब ही नहीं है...
जो स्थितियां है उसमें किसी को कोई सरोकार नहीं है। सरपंचों ने जनपद सीईओ को अवगत भी कराया। अभी हाल ही में कन्यादान योजना में हुई समस्या में भी स्थिति से अवगत कराया गया, लेकिन किसी को पूरे मामले में कोई मतलब ही नहीं है। 

- इनका कहना...
इन पंचायतों में वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए प्रस्ताव जिला पंचायत भेजा गया है। जल्द ही आदेश जारी होंगे।
कंचन वासकले, सीईओ, जनपद पंचायत भीमपुर।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 05 मई 2023