बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। वर्ष 1998 में मुलताई में हुए गोलकांड के समय एसपी रहे जीपी सिंह करीब 25 वर्ष बाद बैतूल आए है। वे एक शासकीय दौरे के तहत गुरूवार शाम को बैतूल पहुंचे। उनके बैतूल आने की सूचना सार्वजनिक होने के साथ ही उनके समय पदस्थ रहे पुलिसकर्मियों और जिले भर के किसानों के जेहन में किसानों की सामुहिक हत्या की यादें ताजा हो गई। इस मामले में जहां डॉ. सुनीलम पर करीब 65 मामले दर्ज हुए थे। वहीं आईपीएस जीपी सिंह की भी  मजिस्ट्रेयिल जांच हुई थी और करीब डेढ़ वर्ष तक वे सस्पेंड भी रहे थे। वर्तमान में वे एडीजी इंटेलीजेंस है। उनके दौर में पुलिसकर्मी रहे एक रिटायर्ड हवलदार ने ऑफ द रिकार्ड चर्चा में बताया कि जीपी सिंह के एसपी वाले कार्यकाल में निचले स्तर का अमला त्राहिमाम था और कई बेगुनाह पुलिसकर्मियों ने नौकरियां भी गवाई थी । वहीं जीपी सिंह के बैतूल आने पर किसान संघर्ष समिति के अनिल सोनी ने मांग की है कि जिस तरह दिग्विजय सिंह ने माफी मांगी है उसी तरह जीपी सिंह भी हत्याकांड के लिए माफी मांगे।

- 12 जनवरी 1998 को 24 किसानों की हुई थी मौत...
12 जनवरी 1998 को मुलताई स्थित तहसील कार्यालय को किसानों ने दोपहर 1 बजे घेर लिया था। फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर किसान तहसील कार्यालय पहुंचे थे। वहां हुए पथराव के बाद पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस और लाठीचार्ज शुरू कर दिया था । कहा जाता है कि बेकाबू किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बिना किसी सूचना के फायरिंग शुरू कर दी। इसमें 19 किसानों की मौत हो गई थी। बाद में घायल 5 अन्य ने भी दम तोड़ दिया था ।
- 9 अगस्त 2022 को दिग्विजय सिंह ने मांगी माफी...
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लगभग 24 साल बाद बैतूल के मुलताई में हुए गोलीकांड के लिए खेद जताया है। सन 1998 में उनके मुख्यमंत्री काल में पुलिस की गोली चलाने के दौरान 24 किसान मारे गए थे। दिग्विजय सिंह ने मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने उद्बोधन के दौरान मुलताई गोलीकांड पर खेद प्रकट किया था । इस दौरान उनके साथ मुलताई के पूर्व विधायक, समाजवादी नेता और गोलीकांड के बाद 65 मामलो में आरोपी बनाए गए डॉक्टर सुनीलम भी थे।

- एक मीटिंग लेकर व्यक्तिगत दौरे को सरकारी दौरा बना लिया..!        
एडीजी जीपी सिंह ने शुक्रवार को कंट्रोल रूम में एक बैठक ली जिसमें उन्होंने चिन्हित अपराध, महिला अपराध, जेजे एक्ट, पास्को एक्ट संबंध वारंट तामिली, गुंडे माफिया पर एक्शन आदि की समीक्षा की। इस बैठक के बाद वे केरपानी हनुमान मंदिर गए। वहां से वे रानीपुर पुलिस म्यूजियम देखने गए और फिर वहां से बोरी अभयरण्य रवाना हो गए। वैसे उनके साथ उनकी पत्नि भी मौजूद है। जीपी सिंह गुरूवार रात में ही बैतूल आ गए थे। उनका रात्रिभोज एसपी सिद्धार्थ चौधरी के बंगले पर हुआ। बताया गया कि एसपी सिद्धार्थ चौधरी एडीजी जीपी सिंह के अंडर में ही बैतूल पोस्टिंग के पहले पदस्थ थे और उनके जीपी सिंह के बहुत अच्छे संबंध है। वे एसपी सिद्धार्थ चौधरी के आमंत्रण पर ही बैतूल आए है। वैसे पूरा दौरा यदि देखा जाए तो व्यक्तिगत है! लेकिन एक मीटिंग लेकर सरकारी दौरा बनाया गया है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 06 मई 2023