(बैतूल) सीएम कान्फ्रेंस का असर यह है कि खनिज पर भारी नजर आ रहे है पुलिस और राजस्व विभाग ,

- अवैध खनन ,परिवहन एवं भंडारण के मामलों में आंकड़ों की बाजीगरी का खेल

हेडलाइन & राष्ट्रीय दिव्य दुनिया की पड़ताल - 01... अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक की कार्रवाई का हिसाब-किताब

बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। अवैध खनन और परिवहन में कार्रवाई के मामले में खनिज विभाग, राजस्व विभाग और वन विभाग की यदि भूमिका आंकड़ों के लिहाज से देखी जाए तो पुलिस विभाग, वन विभाग और खनिज विभाग पर भारी पड़ता है। वैसे कायदे से तो खनिज विभाग को ही अवैध खनन और धरपकड़ में सबसे आगे होना चाहिए, लेकिन विभाग की जिस तरह की वर्किंग और कार्यप्रणाली है वह किसी से  दबी छिपी नहीं है। इसलिए विभाग के आला अधिकारी ज्ञानेश्वर तिवारी को तो सीएम ने कुंडबकाजन की सभा में भरे मंच से सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद भी विभाग की वर्किंग में कोई सुधार नहीं दिखाई दे रहा है। हालांकि रेत और कोयले के खनन और परिवहन के मामले तो पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध रही है,लेकिन कार्रवाई के मामले में आंकड़ों के लिहाज से पुलिस एवं राजस्व विभाग वजनदार नजर आता है। अब ऐसा होने का बड़ा कारण सीएम कान्फ्रेंस भी है। जिसमें एक बिंदु माफिया के खिलाफ कार्रवाई का भी रहता है। इसलिए कलेक्टर-एसपी सीएम कान्फ्रेंस में दिखाने के लिए कार्रवाईयां प्रायोजित कराते है! शायद इसलिए भी राजस्व और पुलिस विभाग की कार्रवाई का आंकड़ा थोड़ा भारी पड़ रहा है? वैसे देखा जाए तो ऐसे अनेक अवैध खनन के मामले है, जिसमें एसडीएम और कलेक्टर के संज्ञान में सबकुछ होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और मामले अखबारों में लगातार सूर्खियां भी बने? कुल मिलाकर कार्रवाई का यह पूरा खेल आंकड़ों की बाजीगरी के अलावा कुछ नहीं है?

- खनिज विभाग ने बनाए 74 प्रकरण...
विगत 01 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक की स्थिति में यदि अवैध खनन और परिवहन तथा भंडारण के प्रकरणों का आंकलन किया जाए तो खनिज विभाग ने एक वित्तीय वर्ष में कुल 74 प्रकरण बनाए है। जिसमें अवैध खनन के 6, अवैध परिवहन 62 और अवैध भंडारण के 6 है।

- वन विभाग ने बनाए महज 8 प्रकरण...
इधर वन भूमि पर अवैध खनन के हमेशा आरोप लगते है। कहा जाता है कि जिले में वैद्य और अवैध दोनों खनन की स्थिति में सबसे ज्यादा रेत वन भूमि से ही निकाली जाती है, लेकिन इसके बावजूद वन विभाग ने अवैध खनन और अवैध भंडारण में एक भी केस नहीं बनाया है। वहीं अवैध परिवहन में 8 केस बनाए है।

- पुलिस-राजस्व के 94 प्रकरण...
1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक पुलिस एवं राजस्व विभाग की कार्रवाई के आंकड़ों का यदि देखा जाए तो सबसे ज्यादा परिवहन के 94 प्रकरण दर्ज किए है। वहीं अवैध भंडारण के 05 और अवैध खनन के भी 05 प्रकरण बनाए है। इसमें खनन के मामले में संयुक्त कार्रवाई शामिल है।

- डम्पर कम ट्रेक्टर ज्यादा पकड़े...
अवैध परिवहन के मामले में खास बात यह है कि सबसे ज्यादा ट्रेक्टर पकड़े जाते है, जैसे खनिज विभाग ने 20 ट्रेक्टर पकड़े और 36 डम्पर, वहीं वन विभाग ने 6 डम्पर और 2 ट्रेक्टर तो पुलिस विभाग ने 79 ट्रेक्टर और 5 डम्पर पकड़े है। खनन में 2 ट्रेक्टर, 7 डम्पर, 2 जेसीबी, 2 पोकलेन भी पकड़ी गई।

- है कोई माई का लाल जो यहां छापा मारे..?
सोनाघाटी क्षेत्र में दिन दहाड़े धड़ल्ले से मुरम का अवैध खनन हो रहा है, जिसे पकडऩे को लेकर किसी की कोई रूचि ही नहीं नजर नहीं आ रही है। खनिज विभाग, राजस्व विभाग, वन विभाग और पुलिस विभाग सबको पता है कि कौन सा माफिया खनन कर रहा है।
नवल वर्मा हेडलाइन 13 जून 2023